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महाराष्ट्र में मराठी और गैर-मराठी के बीच तनाव की बात गलत: फडणवीस

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को स्पष्ट किया कि राज्य में मराठी और गैर-मराठी समुदायों के बीच कोई तनाव नहीं है। उन्होंने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को इस मुद्दे में न पड़ने की सलाह दी और कहा कि विवाद को राजनीतिक कारणों से बढ़ाया जा रहा है। फडणवीस ने यह भी बताया कि 'लाडकी बहीण योजना' के तहत धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उद्धव ठाकरे पर भी उन्होंने टिप्पणी की, यह कहते हुए कि जो लोग बाल ठाकरे के मार्ग से भटक गए हैं, वे दोबारा सत्ता में नहीं आएंगे।
 

मुख्यमंत्री का बयान

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को स्पष्ट किया कि राज्य में मराठी और गैर-मराठी समुदायों के बीच कोई तनाव नहीं है और न ही किसी के साथ अन्याय हो रहा है।


फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे को सलाह दी कि वे इस भावनात्मक मुद्दे में न पड़ें। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विवाद को राजनीतिक कारणों से बढ़ाया जा रहा है।


दुबे की विवादास्पद टिप्पणी

जब फडणवीस से दुबे की पिछले महीने की विवादास्पद टिप्पणी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपने पार्टी सहयोगी को सावधानी बरतने की सलाह दी।


उन्होंने कहा कि झारखंड से सांसद दुबे को 'मराठी बनाम गैर-मराठी' मुद्दे में नहीं पड़ना चाहिए, जो कि राजनीतिक कारणों से उठाया गया है।


मुख्यमंत्री का विश्वास

फडणवीस ने कहा, "हम इस स्थिति का सामना करने में सक्षम हैं। यहां मराठी और गैर-मराठी के बीच कोई तनाव नहीं है। दोनों समुदायों के लोग उन नेताओं को सबक सिखाएंगे, जो उन्हें बांटने की कोशिश कर रहे हैं।"


लाडकी बहीण योजना पर कार्रवाई

एक सवाल के जवाब में, फडणवीस ने बताया कि कम आय वर्ग की महिलाओं के लिए चलाई जा रही 'लाडकी बहीण योजना' के तहत धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, हालांकि उन्होंने इस पर विस्तृत जानकारी नहीं दी।


उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी

शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के नेताओं से प्रस्तावित दिल्ली यात्रा के बारे में पूछे जाने पर, मुख्यमंत्री ने उद्धव पर आरोप लगाया कि वे अपने पिता दिवंगत बाल ठाकरे द्वारा दिखाए गए मार्ग से भटक गए हैं।


उन्होंने कहा, "जो लोग बालासाहेब ठाकरे के दिखाए मार्ग से भटक गए हैं, वे चाहे कुछ भी कर लें, दोबारा सत्ता में नहीं आएंगे।"