महाराष्ट्र में एनसीपी में सियासी हलचल: जयंत पाटिल का इस्तीफा और नई नेतृत्व की चर्चा
महाराष्ट्र में एनसीपी में हाल ही में हुए बदलावों ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। शरद पवार ने जयंत पाटिल को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है और शशिकांत शिंदे को उनकी जगह नियुक्त किया है। इस बदलाव के बाद जयंत पाटिल की असंतोष की खबरें सामने आई हैं। क्या वे पार्टी छोड़ देंगे? जानें इस सियासी घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित प्रभाव।
Jul 16, 2025, 18:20 IST
महाराष्ट्र में एनसीपी में बदलाव
महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिविधियों में एक नया मोड़ आया है। शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बदलाव किया है। जयंत पाटिल की जगह अब शशिकांत शिंदे को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बदलाव के बाद एनसीपी के शरद गुट में फूट की खबरें सामने आ रही हैं। देवेंद्र फडणवीस के करीबी सहयोगी गिरिश महाजन ने यह दावा किया है कि जयंत पाटिल पार्टी में असंतुष्ट हैं और उन्होंने उनसे संपर्क किया है। जयंत पाटिल एक प्रमुख नेता हैं और इस्लामपुर से आठ बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें 2017 में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था और वे इस पद पर सात साल से अधिक समय तक रहे। उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि पार्टी में युवाओं को अवसर दिया जाए।
शरद पवार का निर्णय और जयंत पाटिल की स्थिति
यह कहा जाता है कि शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के सामने जयंत पाटिल का नाम मुख्यमंत्री के लिए प्रस्तावित किया था, लेकिन कांग्रेस और उद्धव उस समय इस पर सहमत नहीं हुए। इसके बाद उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। अब शरद पवार ने अपने करीबी सहयोगी शशिकांत शिंदे को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है, जो वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं। स्थानीय निकाय चुनावों से पहले जयंत पाटिल का इस्तीफा महत्वपूर्ण है। यदि वे पार्टी छोड़ देते हैं और किसी अन्य दल में शामिल हो जाते हैं, तो यह शरद पवार और उनकी टीम के लिए एक बड़ा झटका होगा।
जयंत पाटिल की प्रतिक्रिया
प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले जयंत पाटिल के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। बीजेपी के नेता गिरिश महाजन ने कहा कि जयंत पाटिल पार्टी में असंतुष्ट हैं और उनसे संपर्क में हैं। हालांकि, जयंत पाटिल ने किसी अन्य पार्टी में जाने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा के किसी नेता से संपर्क नहीं किया है और न ही किसी ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए कहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और ऐसी अटकलों से हैरान हैं। पाटिल ने कहा कि यदि कोई किसी अन्य पार्टी के नेता से मिलता है, तो इससे अटकलें लगने लगती हैं, लेकिन उन्होंने कई बार ऐसी खबरों का खंडन किया है।