महायुति गठबंधन ने बीएमसी चुनावों में एकजुटता दिखाई
महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने महायुति गठबंधन की ओर से बीएमसी चुनावों में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के एकजुट होकर लड़ने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि गठबंधन का लक्ष्य दो-तिहाई वार्ड और 51 प्रतिशत वोट हासिल करना है। इसके साथ ही, उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों में स्वतंत्र रूप से लड़ रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से नामांकन वापस लेने की अपील की। चुनाव 2 दिसंबर को होंगे और मतगणना 3 दिसंबर को की जाएगी।
Nov 18, 2025, 15:14 IST
महायुति गठबंधन की चुनावी रणनीति
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि महायुति गठबंधन, जिसमें भाजपा, शिवसेना और राकांपा शामिल हैं, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों में एकजुट होकर भाग लेंगे। नागपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए, बावनकुले ने बताया कि गठबंधन का उद्देश्य बीएमसी चुनावों में दो-तिहाई वार्ड और 51 प्रतिशत वोट प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि मुंबई नगर निगम चुनावों में महायुति एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी। हमारा लक्ष्य है कि हम मुंबई नगर निगम में सरकार बनाने के लिए दो-तिहाई सीटें और 51 प्रतिशत वोट हासिल करें।
इसके अतिरिक्त, बावनकुले ने यह भी कहा कि भाजपा को उम्मीद है कि स्थानीय निकाय चुनावों में स्वतंत्र रूप से लड़ रहे पार्टी कार्यकर्ता अपने नामांकन पत्र वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि नगर परिषद चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ रहे सभी भाजपा कार्यकर्ता अंतिम समय सीमा से पहले अपने नामांकन वापस ले लेंगे। चूंकि किसी विशेष सीट पर केवल एक ही व्यक्ति को एबी फॉर्म दिया जा सकता है, इसलिए अन्य लोगों को निराश नहीं होना चाहिए और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार की जीत के लिए काम करना चाहिए।
बावनकुले ने कहा, "हमारी अपील को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है और हमें विश्वास है कि कई लोग अपना नामांकन वापस ले लेंगे। चूंकि चुनाव सात या आठ साल बाद हो रहे हैं, इसलिए स्वाभाविक रूप से सभी को टिकट की उम्मीद होती है। हालाँकि, अधिकांश उम्मीदवार नामांकन वापस लेने की अवधि के भीतर उचित निर्णय ले लेंगे।" राज्य में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों, यानी कुल 288, के सदस्यों और प्रत्यक्ष अध्यक्ष पदों के लिए मतदान 2 दिसंबर को होगा। मतगणना 3 दिसंबर को होगी। राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे ने एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि इन सभी नगर परिषदों और नगर पंचायतों के अधिकार क्षेत्र में 4 नवंबर को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।