×

महाकुंभ नगरी के लिए जयपुर से तीन ट्रक भोजन सामग्री रवाना

जयपुर, 6 जनवरी (आईएएनएस)। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जयपुर से तीन ट्रक भोजन सामग्री रवाना की गई।
 

जयपुर, 6 जनवरी (आईएएनएस)। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जयपुर से तीन ट्रक भोजन सामग्री रवाना की गई।

देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने मोती डूंगरी गणेश मंदिर से इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन ट्रकों की डूंगरी गणेश मंदिर, खाटू श्यामजी मंदिर और सालासर बालाजी मंदिर के ट्रस्टों ने सामूहिक प्रयास से खाद्य सामग्री की व्यवस्था की है। यही नहीं महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से लाखों लोगों के भोजन की व्यवस्था की जा रही है, इसी क्रम में राजस्थान के प्रमुख मंदिरों की ओर से यह सामग्री भिजवाई जा रही है।

देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा, ''प्रयागराज में विश्‍व का सबसे बड़ा, करोड़ों लोगों की आस्‍था का पर्व महाकुंभ होने जा रहा है। जहां करोड़ों लोग आस्‍था की डूबकी लगाएंगे। वहां आने वाले लोगों की सेवा करना भी हमारा धर्म है। इसको लेकर यूपी सरकार ने पूरी व्‍यवस्‍था की है। मगर हमारी भी जिम्‍मेदारी बनती है कि हम इसको लेकर काम करें।''

आगे उन्होंने कहा, ''राजस्थान सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर है। वह चाहती है कि राज्‍य से जाने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद और राजस्थान के प्रमुख मंदिरों के साथ-साथ देवस्थान विभाग भी सहयोग कर रहा है। देवस्थान विभाग की ओर से प्रयागराज में कैंप लगाया गया है, वहां एक टीम हमेशा मौजूद रहेगी जो इस आयोजन में पहुंचने वाले राजस्थान के लोगों के लिए व्यवस्थाएं देखेगी।''

वहीं सालासर बालाजी के पुजारी ने कहा, ''विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू धर्म का मेला महाकुंभ प्रयागराज में लग रहा है और उसमें हमारे मंदिरों द्वारा खाद्य सामग्री दी जा रही है। उनमें गणेश जी मंदिर, खाटू श्याम जी मंदिर, सालासर मंदिर की सेवा शामिल है। जयपुर से तीन ट्रकों को रवाना करते समय हमारे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देवस्थान मंत्री साहब जोराराम कुमावत के साथ यहां उपस्थित थे। यह खाद्य सामग्री इन सबके सानिध्य में वहां जा रही है और यह सिर्फ खाद्य सामग्री नहीं है। यह मंदिरों द्वारा वहां बालाजी का, गणेश जी का खाटू श्याम जी का प्रसाद जा रहा है और वहां के लाखों तीर्थयात्री जो यह प्रसाद लेंगे तो इससे बड़ा हमारे मंदिरों के लिए, हमारे हिन्दू धर्म के लिए और व्यक्तिगत हमारे लिए खुशी की बात नहीं होगी। इसके साथ ही हमें लाखों भक्तों का आशीर्वाद भी मिलेगा।

--आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी