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महाकुंभ 2025 में वायरल वीडियो ने बढ़ाई नाराजगी, श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत

महाकुंभ 2025 के दौरान एक वायरल वीडियो ने श्रद्धालुओं में नाराजगी पैदा कर दी है। इस वीडियो में एक युवती सफेद तौलिया पहनकर गंगा में स्नान करने जाती है, जिससे वहां उपस्थित लोग हैरान रह जाते हैं। वीडियो को लेकर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रियाएं दी हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और लोगों की भावनाएं।
 

महाकुंभ का धार्मिक महत्व


नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन चल रहा है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इस पवित्र अवसर पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और भक्त शामिल हो रहे हैं। प्रतिदिन हजारों लोग संगम में स्नान कर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। लेकिन इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसने लोगों में नाराजगी पैदा कर दी है।


वायरल वीडियो की कहानी

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में एक युवती सफेद तौलिया पहनकर महाकुंभ में स्नान करने जाती है। वह घाट पर मौजूद लोगों के बीच से गुजरते हुए गंगा में स्नान करने पहुंचती है, जिसे देखकर वहां उपस्थित श्रद्धालु चौंक जाते हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वह अपना वीडियो खुद रिकॉर्ड करवा रही थी। यह वीडियो 5 दिन पहले @samuelina45 नामक इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया गया था और इसे अब तक 70 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। यह वीडियो ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर तेजी से वायरल हो गया है।


श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया

वीडियो पर हजारों लोगों ने गुस्से में प्रतिक्रिया दी है। कई लोगों ने इसे महाकुंभ की पवित्रता का अपमान बताया और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। एक यूजर ने लिखा, 'इन अश्लीलता फैलाने वालों को समझाना चाहिए कि यह गोवा या मालदीव का समुद्र तट नहीं, बल्कि प्रयागराज महाकुंभ है। लोग यहां आस्था के लिए आते हैं, रील बनाने के लिए नहीं।' एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया, 'क्या अब महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन में भी ऐसी चीजें बर्दाश्त की जाएंगी?'


सख्त कार्रवाई की मांग

लोगों ने इस युवती के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कुछ ने सरकार पर भी सवाल उठाए और पूछा कि क्या प्रशासन ऐसी गतिविधियों को नजरअंदाज कर रहा है। भारी विरोध के बाद प्रशासन से इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की जा रही है। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन लोगों का गुस्सा यह दर्शाता है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो यह मामला और भी बढ़ सकता है।