महंगी कारों की तस्करी पर ED की बड़ी कार्रवाई, 17 स्थानों पर छापेमारी
ED की छापेमारी का विवरण
ED की बड़ी कार्रवाई
केरल और तमिलनाडु में ईडी ने एक महत्वपूर्ण अभियान शुरू किया है। कोच्चि जोनल ऑफिस की टीम ने बुधवार को एक साथ 17 स्थानों पर छापे मारे। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 के तहत चल रही जांच के संदर्भ में की गई है। मामला महंगी लग्जरी कारों की तस्करी और हवाला के माध्यम से विदेशी मुद्रा के अवैध लेन-देन से संबंधित है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी को ऐसे संकेत मिले थे, जो एक सिंडिकेट के अस्तित्व की ओर इशारा करते थे, जो लैंड क्रूज़र, डिफेंडर और मसेराती जैसी उच्च श्रेणी की कारों को नेपाल और भूटान के रास्ते भारत में अवैध रूप से लाने का काम कर रहा था। जांच में यह भी पता चला है कि इस नेटवर्क का संचालन कोयंबटूर से किया जा रहा था।
ये लोग फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेते थे, जैसे कि भारतीय सेना, अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय के नाम से जारी नकली कागजात। इन दस्तावेजों के माध्यम से अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में धोखाधड़ी से आरटीओ रजिस्ट्रेशन करवाए गए।
हाई-प्रोफाइल ग्राहकों को बेची जा रही थीं कारें
बाद में, ये कारें उच्च प्रोफ़ाइल व्यक्तियों, जिनमें फिल्म उद्योग के कलाकार भी शामिल हैं, को कम कीमत पर बेची जाती थीं। ईडी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में FEMA की धारा 3, 4 और 8 के उल्लंघन के सबूत मिले हैं, जिसमें बिना अनुमति विदेशी मुद्रा लेन-देन और हवाला के माध्यम से भुगतान शामिल है।
इस कार्रवाई में फिल्म सितारे पृथ्वीराज, दुलकर सलमान और अमिथ चक्कलकल के निवास स्थानों पर भी छापे मारे गए हैं। ईडी की टीमें एर्नाकुलम, त्रिशूर, कोझिकोड, मल्लपुरम, कोट्टायम और कोयंबटूर में सक्रिय हैं।
जांच का फोकस क्या है?
अधिकारियों का कहना है कि अब जांच का ध्यान पैसे की हेराफेरी, लाभार्थियों के नेटवर्क और विदेशी मुद्रा के प्रवाह को ट्रेस करने पर है। ईडी की यह कार्रवाई दक्षिण भारत में लग्जरी कारों की तस्करी से संबंधित अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है।