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ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं पर जताई चिंता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने वहां के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। जम्मू में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और जलभराव से कई लोगों की जान गई है। बनर्जी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रभावितों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस त्रासदी पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी चिंता जताई है।
 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एकजुटता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण उत्पन्न आपदाओं पर चिंता व्यक्त की और वहां के निवासियों के प्रति एकजुटता दिखाई।


भारी बारिश से आई तबाही

मंगलवार को जम्मू के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई, जिससे भूस्खलन हुआ, निचले इलाकों में जलभराव हुआ और कई सड़कें तथा पुल बह गए। माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन के कारण 32 लोगों की जान चली गई, जबकि जम्मू के डोडा जिले में अन्य वर्षाजनित घटनाओं में चार और लोग मारे गए।


बनर्जी का संवेदनशील संदेश

बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं ने हमें चिंतित कर दिया है, और मैं वहां के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करती हूं।"


घायलों के लिए प्रार्थना

उन्होंने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और फंसे हुए लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा, "लोगों की जान जाने से मुझे गहरा दुःख हुआ है और मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायलों के लिए प्रार्थना करती हूं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।"


अभिषेक बनर्जी की प्रतिक्रिया

इसके बाद, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी इस त्रासदी पर चिंता जताई और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी मार्ग पर अर्द्धकुंवारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुई भूस्खलन की घटना से मैं बहुत व्यथित हूं।"


कश्मीर घाटी में भी नुकसान

भारी बारिश ने केवल जम्मू में ही नहीं, बल्कि कश्मीर घाटी में भी तबाही मचाई है। बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा है, पुल ढह गए हैं और मोबाइल टावर एवं बिजली के खंभे टूट गए हैं।