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मध्यप्रदेश में अवैध घुसपैठियों के संरक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी

मध्यप्रदेश में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत लाखों फर्जी मतदाताओं का खुलासा होने की संभावना है। यह प्रक्रिया अवैध घुसपैठियों और उनके संरक्षकों की पहचान में मदद करेगी, जिससे उन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा। इसके अलावा, लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जानें इस महत्वपूर्ण अभियान के बारे में और क्या कदम उठाए जाएंगे।
 

मप्र में एसआईआर के बाद जेल जाएंगे घुसपैठियों के संरक्षक


मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के चलते लाखों फर्जी मतदाताओं का खुलासा होने की संभावना है। यह पुनरीक्षण उन घुसपैठियों का भी पर्दाफाश करेगा, जो अवैध रूप से आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवाकर भारत में निवास कर रहे हैं और यहां के संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। ये गतिविधियाँ भारत के लिए खतरा बन रही हैं और लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर रही हैं।


इन अवैध घुसपैठियों की पहचान के बाद उन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा। इसके साथ ही उनके संरक्षकों की पहचान कर उन्हें भी जेल भेजा जाएगा। मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यशाला में पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि बिहार की तरह मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में भी अवैध घुसपैठियों की पहचान एसआईआर के माध्यम से की जाएगी। इस उद्देश्य के लिए पार्टी संगठन बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपेगा।


एसआईआर के दौरान विदेशी घुसपैठियों की पहचान के बाद उनके मतदाता पहचान पत्र बनाने में इस्तेमाल किए गए आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य दस्तावेजों की प्रमाणिकता की गहन जांच की जाएगी। शासन-प्रशासन स्तर पर भी इस अभियान में प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी। फर्जी दस्तावेज बनाने या बनवाने में शामिल दलालों, अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।


दिवंगत और विस्थापित मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाएंगे


एसआईआर के दौरान दिवंगत मतदाताओं और एक राज्य से दूसरे राज्य में विस्थापित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे। ऐसे मतदाताओं को किसी एक स्थान की सूची में रखा जाएगा। इसके अलावा, अलग-अलग स्थानों पर मतदाता बनने वाले राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और उनके परिजनों के नाम भी दो या अधिक स्थानों की सूची से हटाए जाएंगे।


लापरवाह बीएलओ सेवा से निष्कासित


भोपाल में मंगलवार से शुरू हुए मतदाता सूची के गहन परीक्षण कार्य में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सहायक वर्ग-3 के कर्मचारी प्रशांत दुबे को शासकीय सेवा से निष्कासित कर दिया। उनकी ड्यूटी गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर-150 पर थी, लेकिन वे ड्यूटी पर नहीं पहुंचे।


लापरवाह कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है


कलेक्टर ने बताया कि ऐसे कर्मचारियों की सूची भी बनाई जा रही है, जो इस महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही कर रहे हैं। उनके खिलाफ भी बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।