मध्य प्रदेश में शीतलहर की चेतावनी, ठंड का बढ़ता प्रभाव
मौसम विभाग की शीतलहर की चेतावनी
मध्य प्रदेश में इस वर्ष ठंड ने अभूतपूर्व शुरुआत की है। साफ आसमान और उत्तरी हवाओं के चलते ठंड का प्रभाव बढ़ गया है। प्रदेश के सात जिलों में शीतलहर का असर देखा जा रहा है। भोपाल में तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 16 नवंबर से यहां शीतलहर चलने की संभावना है।
इंदौर संभाग के जिलों में तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। वहीं, उज्जैन, रीवा, जबलपुर और सागर संभागों में यह कमी 3.1 से 4.4 डिग्री सेल्सियस के बीच रही है।
ठंड का अभूतपूर्व प्रभाव
आमतौर पर नवंबर के अंत में शीतलहर का प्रभाव देखने को मिलता है, लेकिन इस बार पहले सप्ताह से ही ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। राजधानी भोपाल में भी इसका प्रभाव स्पष्ट है, जहां रात का तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। दिन में सूरज की रोशनी के बावजूद ठंड ने लोगों को परेशान किया। नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल और शहडोल संभागों में तापमान सामान्य से 1.7 से 2.6 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ वायुमंडल की ऊपरी सतह पर 3.1 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। इसके साथ ही एक ट्रफ उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ चुका है। हालांकि, यह सिस्टम प्रदेश के मौसम पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं डाल रहा है, लेकिन इसके कारण उत्तरी हवाएं तेज हो गई हैं, जिससे ठंड का असर और बढ़ गया है।