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मध्य प्रदेश में ठंड और कोहरे का कहर, तापमान में गिरावट जारी

मध्य प्रदेश में ठंड और कोहरे का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 4.2°C तक पहुंच गया है, जबकि कई शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में राहत की कोई संभावना नहीं जताई है। जानें इस मौसम के कारणों और प्रभावित क्षेत्रों के बारे में अधिक जानकारी।
 

मध्य प्रदेश में ठंड का प्रभाव

भोपाल
मध्य प्रदेश में ठंड और कोहरे का प्रभाव लगातार बना हुआ है। पचमढ़ी, जो प्रदेश का एक प्रमुख हिल स्टेशन है, में शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 4.2°C दर्ज किया गया। वहीं, भोपाल में तापमान 7°C, जबकि इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में यह 9°C के आसपास रहा।


राज्य के कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे वाहन चालकों को अलाव और लाइट का सहारा लेना पड़ा। दिल्ली से आने वाली ट्रेनों में भी देरी देखने को मिली।


दिन के समय भी सड़कों पर चलने वाले वाहनों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम विभाग ने बताया है कि ठंड से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। 27 दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसका प्रभाव 2 से 3 दिन के भीतर मध्य प्रदेश में महसूस किया जाएगा। इसका मतलब है कि नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड और सर्द हवाओं के साथ होगी।


भोपाल, मंडला, रीवा, सतना, पचमढ़ी, दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, खजुराहो, नौगांव, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, शाजापुर और सीहोर जैसे कई जिलों में सुबह घना कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ और सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने से वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा।


मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार-शुक्रवार की रात प्रदेश के लगभग 25 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। पचमढ़ी के अलावा, रीवा में 5.5 डिग्री, शिवपुरी और खजुराहो में 6 डिग्री, नौगांव और दतिया में 6.2 डिग्री तथा उमरिया में 6.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।


बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में तापमान 7 डिग्री, जबकि इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।


सुबह के समय अलाव का सहारा ठंड और कोहरे के चलते आम जनजीवन पर असर डालने लगा है। कई क्षेत्रों में लोग सुबह अलाव तापते हुए नजर आए। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल ठंड से राहत की कोई संभावना नहीं है और आने वाले दिनों में रात का तापमान और गिर सकता है।


पचमढ़ी में तापमान 4 डिग्री से नीचे, कई शहरों में घना कोहरा
बुधवार-गुरुवार की रात प्रदेश में लगातार दूसरे दिन तापमान 4 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, खजुराहो, नौगांव, मंडला, रीवा, सतना, भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, रतलाम और दमोह जैसे शहरों में घना कोहरा देखने को मिला।


कोहरे का असर, ट्रेनों की रफ्तार थमी
कोहरे का सबसे ज्यादा असर रेल यातायात पर पड़ा है। दिल्ली से भोपाल, उज्जैन और इंदौर आने वाली एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें 5 से 8 घंटे तक देरी से चल रही हैं। मालवा एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और सचखंड एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें भी लेट हैं। शुक्रवार को भी हालात सामान्य होने की संभावना कम है।


25 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे
प्रदेश के 25 से अधिक शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। ग्वालियर में पारा 7 डिग्री, इंदौर में 7.5 डिग्री, भोपाल में 8.4 डिग्री और जबलपुर में 10 डिग्री दर्ज किया गया। राजगढ़ (5 डिग्री), रीवा (5.4), शाजापुर (5.5), शिवपुरी (6) और नौगांव (6.4) जैसे इलाके सबसे ज्यादा ठंडे रहे। रात के साथ-साथ दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री, ग्वालियर में 24.1, जबलपुर में 25.4 और इंदौर में 26 डिग्री रहा। बालाघाट का मलाजखंड दिन में भी सबसे ठंडा रहा, जहां अधिकतम तापमान सिर्फ 21.2 डिग्री दर्ज किया गया।


जेट स्ट्रीम और पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ी ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार ठंड के पीछे जेट स्ट्रीम की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह हवा जमीन से करीब 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर 260 किमी प्रति घंटे की गति से बह रही है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के साथ मिलकर यह ठंड को और तीखा बना रही है। जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, सर्द हवाओं का असर और तेज हो सकता है। इस साल नवंबर और दिसंबर में ठंड ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल में नवंबर के महीने में लगातार 15 दिन शीतलहर चली, जो 1931 के बाद सबसे लंबा दौर माना जा रहा है। 17 नवंबर की रात तापमान 5.2 डिग्री तक गिर गया था। इंदौर में भी 25 साल बाद इतनी सर्द रात दर्ज की गई।