मदन लाल ने मोहम्मद यूसुफ की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
मोहम्मद यूसुफ की विवादास्पद टिप्पणी
भारत के पूर्व क्रिकेटर और 1983 विश्व कप विजेता कप्तान मदन लाल ने मोहम्मद यूसुफ की कड़ी आलोचना की है। यूसुफ ने भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जो एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की 7 विकेट से जीत के बाद आई। यह मैच राजनीतिक तनावों के बीच हुआ, जिसमें हाल ही में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या का मामला भी शामिल था।
मैच के बाद का नाटक
हालांकि भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बहिष्कार की मांगें उठी थीं, लेकिन यह मैच निर्धारित समय पर हुआ। खेल के बाद, भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ पारंपरिक हाथ मिलाने से इनकार कर दिया, जो कि एक मौन विरोध के रूप में देखा गया। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने मैच के बाद की प्रस्तुति में भाग नहीं लिया, जिससे तनाव और बढ़ गया।
मदन लाल की प्रतिक्रिया
मदन लाल ने यूसुफ की टिप्पणियों को न केवल अपमानजनक बल्कि मीडिया में ध्यान आकर्षित करने का प्रयास बताया। उन्होंने कहा, "क्या आपने देखा है कि कुछ पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर कैसे बोलते हैं? वे निराश हैं। वे अन्य टीमों के खिलाड़ियों को गालियाँ दे रहे हैं, जो उनकी शिक्षा और मानसिकता के बारे में बहुत कुछ कहता है।"
यूसुफ के आरोपों का खंडन
यूसुफ के आरोपों पर मदन ने कहा कि आधुनिक क्रिकेट में निर्णय लेने की प्रक्रिया में पर्याप्त जांच और संतुलन हैं, जैसे कि DRS प्रणाली। उन्होंने कहा, "आज, अंपायरों के लिए अपने निर्णयों को सही करना बहुत आसान है। अगर कोई संदेह है, तो तीसरा अंपायर है।"
पीसीबी की शिकायत और धमकी
इस विवाद के बाद, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज की है। उन्होंने ICC आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। पीसीबी ने यह भी धमकी दी है कि अगर उनके पक्ष में निर्णय नहीं आया, तो वे एशिया कप से बाहर हो सकते हैं।
मदन का स्पष्ट बयान
मदन लाल ने कहा, "अगर वे खेलने का निर्णय नहीं लेते हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्रिकेट चलता रहेगा।" उन्होंने यह भी कहा कि न खेलने से पाकिस्तान क्रिकेट को ही नुकसान होगा।