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मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण पर केंद्रीय मंत्री का समर्थन

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण का समर्थन किया। उन्होंने इस प्रक्रिया को संवैधानिक बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करेगी। विपक्ष के विरोध पर सवाल उठाते हुए, उन्होंने जनता के समर्थन की बात की। इस बीच, बिहार में विपक्षी सांसदों ने इस पुनरीक्षण के खिलाफ प्रदर्शन किया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
 

मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण का समर्थन

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन, जिन्हें ललन सिंह के नाम से जाना जाता है, ने शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का समर्थन किया। उन्होंने इस प्रक्रिया की आवश्यकता पर जोर दिया, जो गैर-नागरिकों, डुप्लिकेट मतदाताओं और स्थायी रूप से विदेश में रहने वालों के नामों को हटाने के लिए है। उनका कहना है कि यह कदम संवैधानिक है और लोकतंत्र को मजबूत करने में सहायक होगा। सिंह ने विपक्ष के विरोध पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता इस पहल का समर्थन कर रही है।




पत्रकारों से बातचीत करते हुए ललन सिंह ने पूछा कि क्या चुनाव में फ़र्ज़ी मतदाताओं का होना उचित है? चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण किया जाएगा, जिसके तहत केवल देश के नागरिक ही वोट देने के योग्य होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों के नाम दो स्थानों पर मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं, उनके नाम हटा दिए जाएंगे। विदेश में स्थायी रूप से रहने वालों के नाम यहाँ की मतदाता सूची में क्यों बने रहें? विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) संविधान के अनुरूप है।




जदयू नेता ने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करेगी, इसलिए यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश के मतदाता भी इस प्रक्रिया का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से पूछा कि वे इस मुद्दे से क्यों डर रहे हैं? केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव आयोग और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल तब उठाए जाते हैं जब विपक्ष को चुनाव हारने का डर होता है। जोशी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद भी इसी तरह के मुद्दे उठाए गए थे, और कांग्रेस बहाने बना रही है।




इससे पहले शुक्रवार को, भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) के सांसदों ने बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन संसद के मकर द्वार पर लगातार पाँचवें दिन भी जारी रहा, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए।