मणिपुर विज्ञान कांग्रेस में संगाई के नामकरण पर चिंता
संगाई के नामकरण पर उठे सवाल
इंफाल, 25 दिसंबर: मणिपुर के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ. खंगेम्बम शमुंगौ सिंह ने राज्य पशु संगाई (ब्राउ-एंटलर हिरण) के नाम को 'थामिन' के रूप में गलत तरीके से नामित करने पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
डॉ. शमुंगौ ने कहा, "यदि चल रही मणिपुर विज्ञान कांग्रेस इस दिशा में कदम उठाए तो यह सराहनीय होगा।" उन्होंने बताया कि संगाई एक संकटग्रस्त हिरण प्रजाति (Rucervus eldii eldii) है और इसे भारत के वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत अनुसूची I में संरक्षित किया गया है।
हालांकि, इसे देश के वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत 'थामिन' के रूप में नामित किया गया है।" डॉ. शमुंगौ ने मणिपुर विज्ञान कांग्रेस 2025 के समापन सत्र में जैव विविधता पर प्रस्तुति देते हुए यह सवाल उठाया।
इस बीच, डीएम विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति प्रो. एन राजमुहन ने 21वीं सदी में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्रांतिकारी प्रभाव पर प्रस्तुति दी, जबकि डॉ. टी ब्रजकुमार ने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, अनुकूलन और इसके शमन रणनीतियों पर चर्चा की।
मणिपुर विज्ञान कांग्रेस 2025 में लगभग 300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें राज्य के बाहर से भी लोग शामिल थे।
गौरतलब है कि राज्य के गवर्नर अजय कुमार भल्ला ने शनिवार को मणिपुर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान कांग्रेस का औपचारिक उद्घाटन किया। यह कांग्रेस मणिपुर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (MASTEC) और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय (DoECC) के सहयोग से आयोजित की गई थी, जिसका विषय 'विज्ञान, नवाचार और जलवायु परिवर्तन' था।
उद्घाटन सत्र की महत्वपूर्ण विशेषताओं में पुरस्कार प्रायोजकों का सम्मान, तीन प्रमुख पुरस्कारों का वितरण, 375 पृष्ठों की स्मारिका और एक कार्यवृत्त पुस्तक का विमोचन शामिल था, जिसमें मणिपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. एन लोकेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।