मणिपुर में सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों और अवैध गोला-बारूद विक्रेताओं को किया गिरफ्तार
मणिपुर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई
मणिपुर के इंफाल पूर्व और काकचिंग जिलों में सुरक्षा बलों ने दो प्रतिबंधित संगठनों के तीन उग्रवादियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने सोमवार को इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी किया।
बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि गोला-बारूद की अवैध बिक्री में संलिप्तता के आरोप में तीन अन्य व्यक्तियों को इंफाल पश्चिम जिले से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन प्रेपक के एक स्वयंभू सार्जेंट मेजर को शनिवार को इंफाल पूर्व जिले के कोंथा अहलुप में उसके निवास से पकड़ा गया। उसने खुलासा किया कि उसने म्यांमा के तानल में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण लिया था और पिछले साल अक्टूबर में संगठन के लिए एक काडर की भर्ती की थी।
इसके अलावा, पुलिस ने रविवार को काकचिंग के एक बाजार से प्रतिबंधित यूपीपीके के दो सक्रिय सदस्यों को जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया।
सुरक्षा बलों ने गोला-बारूद की अवैध बिक्री में शामिल होने के संदेह में इंफाल पश्चिम जिले के थांगमेइब और खुयाथोंग पोलेम लेइकाई क्षेत्रों से भी तीन व्यक्तियों को पकड़ा।
पुलिस ने बताया कि इन गिरफ्तारियों के दौरान 100 से अधिक गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बल दो साल पहले जातीय हिंसा के बाद से मणिपुर में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच मई 2023 से जारी जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया था, और राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है।