×

मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा: केंद्रीय गृह सचिव की पहल

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रमों का उद्घाटन किया। बैठक में आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों के लिए राहत प्रयासों और राज्य की कानून व्यवस्था पर चर्चा की गई। केंद्रीय दल ने राहत शिविरों की स्थिति का निरीक्षण किया और विस्थापित व्यक्तियों से बातचीत की।
 

केंद्रीय दल का मणिपुर दौरा

सोमवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम ने मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में दो राहत शिविरों का निरीक्षण किया। मणिपुर गृह विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, केंद्रीय दल ने असम राइफल्स के हेलीपैड पर उतरने के बाद न्यू लामका के डोरकास वेंग में स्थित राहत केंद्र का दौरा किया। यहां गृह सचिव ने बच्चों के लिए क्रेच सुविधा और महिलाओं के लिए सिलाई कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को सहायता और सशक्त बनाना है।


बैठक में चर्चा के मुख्य बिंदु

बयान के अनुसार, केंद्रीय गृह सचिव और मणिपुर के राज्यपाल के बीच एक बैठक हुई, जिसमें आसूचना ब्यूरो (आईबी) के निदेशक तपन कुमार डेका, मणिपुर के मुख्य सचिव, सुरक्षा सलाहकार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बैठक में आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों (आईडीपी) के लिए राहत एवं पुनर्वास प्रयासों, सीमा पर बाड़ लगाने और राज्य की कानून व्यवस्था पर चर्चा की गई।


बैठक में पर्वतीय क्षेत्रों और घाटी में आईडीपी के लिए जारी राहत उपायों की समीक्षा की गई और विस्थापित व्यक्तियों को दी जा रही सुविधाओं, पुनर्वास प्रयासों की स्थिति और स्थायी पुनर्वास के लिए दीर्घकालिक योजना का मूल्यांकन किया गया।


राहत शिविरों का निरीक्षण

केंद्रीय गृह सचिव और आईबी निदेशक के नेतृत्व में केंद्रीय टीम ने चुराचांदपुर में दो राहत शिविरों का दौरा किया और वहां आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों से बातचीत की। टीम ने डोरकास वेंग में राहत केंद्र का दौरा किया, जहां गोविंद मोहन ने बच्चों के लिए क्रेच और महिलाओं के लिए सिलाई कार्यक्रम का उद्घाटन किया।


इसके अलावा, टीम ने तुइबोंग में सद्भावना मंडप में एक अन्य राहत शिविर का भी दौरा किया, जहां गोविंद मोहन ने बच्चों के लिए पुस्तकालय के साथ एक क्रेच की स्थापना की। इस दौरान मणिपुर के मुख्य सचिव पी.के. सिंह, पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह, चुराचांदपुर के उपायुक्त धरुण कुमार एस और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।