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मणिपुर में अवैध अफीम की फसल पर बड़ी कार्रवाई

मणिपुर के कांगपोकपी जिले में सुरक्षा बलों ने अवैध अफीम की फसल को नष्ट करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया। इस कार्रवाई में 53 एकड़ क्षेत्र में फैली फसल के साथ-साथ किसानों की झोपड़ियां भी नष्ट की गईं। राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने नशीली दवाओं के कारोबार पर चिंता व्यक्त की और सुरक्षा एजेंसियों को तस्करी नेटवर्क को समाप्त करने के निर्देश दिए। इससे पहले भी, सुरक्षा बलों ने 470 एकड़ से अधिक अफीम के बागानों को नष्ट किया था।
 

मणिपुर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई

कांगपोकपी जिले में सुरक्षा बलों ने लगभग 53 एकड़ में फैली अवैध अफीम की फसल को नष्ट कर दिया है। यह जानकारी पुलिस ने बृहस्पतिवार को साझा की।


पुलिस के अनुसार, यह अभियान बुधवार को कुबरू संरक्षित वन्य क्षेत्र के फाइलेंगकोट और माखन पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा बलों और कांगपोकपी वन प्रभाग की संयुक्त टीम द्वारा संचालित किया गया।


इस कार्रवाई के दौरान अफीम के किसानों की सात झोपड़ियों को भी नष्ट किया गया।


राज्यपाल की चिंता

राजभवन में आयोजित ‘नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर’ (एनसीओआरडी) की 10वीं राज्य स्तरीय बैठक में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने हाल ही में नशीली दवाओं के कारोबार और अवैध अफीम तथा भांग की खेती पर चिंता व्यक्त की।


भल्ला ने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क को समाप्त करें, सीमाओं की निगरानी को मजबूत करें और संवेदनशील जिलों में खुफिया जानकारी पर आधारित अभियानों को तेज करें।


पिछली कार्रवाई

16 नवंबर को मणिपुर में अवैध नशीली दवाओं की खेती के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में, सुरक्षा बलों ने कांगपोकपी और उखरुल जिलों में 470 एकड़ से अधिक अफीम के बागानों को नष्ट किया।


राज्य पुलिस, असम राइफल्स और CRPF की एक संयुक्त टीम ने कांगपोकपी के न्यू कीथेलमनबी पुलिस स्टेशन के तहत लोइबोल खुल्लेन गांव में लगभग 20 एकड़ में फैले अफीम के खेतों को उखाड़ दिया।


इस दौरान मौके पर दो बोरियां नमक, स्प्रे पंप, हर्बिसाइड, पाइप और अन्य कृषि उपकरण भी जब्त किए गए।