×

भोपाल में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज का भवन 13 साल बाद भी अधूरा

भोपाल में शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के लिए 13 साल पहले निर्मित भवन अब तक चालू नहीं हो सका है। इसकी कुल लागत 5 करोड़ रुपये थी, लेकिन आवश्यक उपकरणों की कमी के कारण यह अधूरा है। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि उपकरणों की खरीद प्रक्रिया में देरी हो रही है, जिससे भवन जर्जर स्थिति में पहुँच गया है। जानें इस मुद्दे पर कॉलेज के प्राचार्य की क्या राय है और आगे की योजना क्या है।
 

होम्योपैथिक कॉलेज के लिए निर्मित भवन

भोपाल में 13 वर्ष पूर्व शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के लिए एक फार्मेसी भवन का निर्माण किया गया था, लेकिन यह अब तक चालू नहीं हो सका है। इस भवन की कुल लागत 5 करोड़ रुपये थी, जिसमें केंद्र सरकार ने 2 करोड़ और राज्य सरकार ने 3 करोड़ रुपये का योगदान दिया था.


निर्माण कार्य अधूरा, उपकरणों की कमी

यह भवन 2012 में दवा निर्माण के लिए स्थापित किया गया था। हालांकि, आवश्यक उपकरणों की खरीद और इंस्टॉलेशन न होने के कारण इसे चालू नहीं किया जा सका है। अब यह भवन जर्जर अवस्था में पहुँच चुका है। कॉलेज प्रशासन के अनुसार, फार्मेसी भवन में हर्बल ग्राइंडर, डोजिंग यूनिट, ड्रग टेस्टिंग मशीनें और पैकिंग सिस्टम जैसी विशेष मशीनों की आवश्यकता है। देश में ऐसी मशीनें बनाने वाली कंपनियों की संख्या सीमित है, जिससे खरीद प्रक्रिया में वर्षों का विलंब हुआ है.


खरीद प्रक्रिया में देरी

शुरुआत में यह स्पष्ट नहीं था कि उपकरणों की खरीद आयुष विभाग द्वारा की जाएगी या मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरेशन द्वारा। 2019 में कॉरपोरेशन ने कहा कि आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति के लिए कंपनियां उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद निर्णय लिया गया कि उपकरणों की खरीद आयुष संचालनालय करेगा, लेकिन यह प्रक्रिया भी रुकी रही। अब इसे फिर से कॉरपोरेशन के माध्यम से शुरू करने की योजना बनाई जा रही है.


कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके मिश्रा ने कहा कि जैसे ही आवश्यक उपकरण उपलब्ध होंगे, फार्मेसी भवन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। विभागीय स्तर पर प्रयास जारी हैं ताकि भवन को जल्द से जल्द सक्रिय किया जा सके.