भोपाल: बॉलीवुड फिल्मों के लिए अद्भुत शूटिंग स्थल
भोपाल: एक खूबसूरत फिल्मी स्थल
बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग अक्सर समुद्र तटों, पहाड़ों और विदेशी स्थानों पर होती है, जहां खूबसूरत दृश्य देखने को मिलते हैं। लेकिन हाल के वर्षों में, बॉलीवुड ने कुछ ऐसे स्थानों को शूटिंग के लिए चुना है, जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। ये स्थान न केवल घूमने के लिए बेहतरीन हैं, बल्कि अब फिल्मों में भी दिखाए जा रहे हैं।
भोपाल इनमें से एक है। जब हम भारत के खूबसूरत शहरों की बात करते हैं, तो भोपाल का नाम भी लिया जाता है। यहां हर साल पर्यटकों की बड़ी भीड़ देखने को मिलती है। भोपाल में कई फिल्मों की शूटिंग की गई है। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'धड़क-2' और पिछले साल की 'स्त्री 2' में भोपाल और सीहोर की गलियों को दिखाया गया है। इसके अलावा, 'आरक्षण', 'राजनीति', 'एक विवाह ऐसा भी', 'सेल्फी', और 'भूल भुलैया 3' जैसी कई फिल्मों की शूटिंग भी यहां हुई है। यदि आप भोपाल जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन स्थानों का अवश्य अन्वेषण करें।
ताज महल पैलेस
फिल्म 'स्त्री 2' की शूटिंग इस महल में की गई थी, जिसे आगरा के ताज महल के नाम पर रखा गया है। इस महल के 120 कमरों का इंटीरियर्स बहुत आकर्षक है। ताज महल पैलेस के अलावा, चंदेरी के राजपूत किलों और महलों को भी एक बार देखना चाहिए।
ऊपरी झील
भोपाल की ऊपरी झील किसी अन्य झील से कम खूबसूरत नहीं है। इसे भोजताल भी कहा जाता है। इसकी खासियत यह है कि यह एक कृत्रिम झील है, जिसे 10वीं और 11वीं शताब्दी में परमार राजा भोज द्वारा बनाया गया था। यह स्थान स्वर्ग के समान है। यहां अवश्य जाएं। इस स्थान को फिल्म 'आरक्षण' में दिखाया गया है।
गौहर महल
2008 में रिलीज हुई सूरज बड़जात्या की फिल्म 'एक विवाह ऐसा भी' की शूटिंग गौहर महल में की गई थी। इसके अलावा, इस महल को फिल्म 'पंगा' में भी दिखाया गया है। इसे भोपाल की सबसे खूबसूरत इमारत माना जाता है। यह महल बड़ा तालाब के पास स्थित है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस महल में एक विशेष कमरा है जो अंधेरे में भी चमकता है। यदि आप अंधेरे में एक मोमबत्ती जलाते हैं, तो पूरा कमरा जगमगाता है।
मोतीया तालाब
फिल्म 'राजनीति' की अधिकांश शूटिंग भोपाल में की गई थी। उन स्थानों में से एक था मोतीया तालाब। कहा जाता है कि नवाब शाहजहाँ बेगम ने तीन सीढ़ीदार तालाब बनवाए थे। पहला मोतीया तालाब, दूसरा नवाब सिद्दीक हसन तालाब, और तीसरा मुंशी हुसैन खान तालाब है। आप यहां भी जा सकते हैं।
बिरला मंदिर
प्रभावशाली लक्ष्मी नारायण मंदिर या बिरला मंदिर का निर्माण 1960 से 1964 के बीच किया गया था। यह अरेरा पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित है। इसे अब लक्ष्मीनारायण गिरी के नाम से जाना जाता है। यह स्थान हरियाली से घिरा हुआ है। यहां अवश्य जाएं।
भोपाल कैसे पहुंचें?
हवाई मार्ग: भोपाल का राजा भोज हवाई अड्डा शहर से 15 किमी दूर है।
रेलवे: भोपाल जंक्शन हमीदिया रोड के पास है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन भी शहर के प्रमुख स्टेशनों में से एक है। आप यहां ट्रेन से आ सकते हैं।
बस द्वारा: भोपाल का मुख्य बस स्टैंड ISBT, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से केवल 3.5 किमी दूर है। आप यहां भी उतर सकते हैं।
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