भुवनेश्वर में जाली दस्तावेज तैयार करने वाले दो गिरफ्तार
भुवनेश्वर पुलिस की कार्रवाई
भुवनेश्वर पुलिस ने हरियाणा से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो केंद्र सरकार के उच्च अधिकारियों के रूप में पहचान बनाकर धोखाधड़ी कर रहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को इस मामले की जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान
पुलिस ने आरोपियों की पहचान चौधरी रिंकू सैनी और मनिंदर सिंह के रूप में की है। दोनों को मैत्रीविहार थाना क्षेत्र से पकड़ा गया।
सैनी का झूठा दावा
भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीणा ने बताया कि सैनी ने सामाजिक न्याय एवं महिला सशक्तीकरण आयोग का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का झूठा दावा किया, जबकि ऐसा कोई पद अस्तित्व में नहीं है।
जांच में खुलासा
जांच में यह भी सामने आया कि सैनी का किसी सरकारी आयोग में कोई वैधानिक पद नहीं है। मनिंदर सिंह ने खुद को सैनी का निजी सहायक बताया।
जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय से जुड़े होने का दावा करते हुए जाली दस्तावेज भी प्रस्तुत किए थे। मीणा ने कहा, "प्रथम दृष्टया, उनके द्वारा दिए गए पहचान पत्र और पत्र जाली पाए गए हैं, और पदनाम में भी विसंगतियां पाई गईं।"
धोखाधड़ी का मामला
उन्होंने कहा, "आरोपियों ने धोखाधड़ी के इरादे से खुद को भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी बताकर और जाली दस्तावेजों का उपयोग करके जालसाजी की।"