भारतीय सेना के उप प्रमुख ने चीन और पाकिस्तान के संबंधों पर की चर्चा
भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने चीन और पाकिस्तान के संबंधों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के अधिकांश सैन्य उपकरण चीन से आते हैं, जिससे यह क्षेत्र एक प्रयोगशाला बन गया है। इसके अलावा, उन्होंने तुर्की की भूमिका और पाकिस्तान को मिली वास्तविक समय की जानकारी पर भी चर्चा की। यह जानकारी चीन की रणनीति और पाकिस्तान के साथ उसके संबंधों को उजागर करती है।
Jul 4, 2025, 15:52 IST
चीन की भूमिका पर भारतीय सेना के उप प्रमुख की टिप्पणी
भारतीय सेना के उप प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने शुक्रवार को सीमा पार आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में चीन की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के 81 प्रतिशत सैन्य उपकरण चीन से आते हैं, जिससे यह क्षेत्र एक तरह की प्रयोगशाला बन गया है। चीन विभिन्न हथियार प्रणालियों के खिलाफ अपने हथियारों का परीक्षण करने में सक्षम है। यह एक जीवित प्रयोगशाला है जो चीन के लिए उपलब्ध है। यह जानकारी उन्होंने उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में साझा की।
सिंह ने कहा कि इस स्थिति में एक सीमा और दो दुश्मन हैं, जिसमें चीन और पाकिस्तान शामिल हैं, और वास्तव में, तीसरा दुश्मन तुर्की है, जो पाकिस्तान को ड्रोन प्रदान करने में मदद कर रहा है। उन्होंने चीन की नीति पर भी चर्चा की, जिसमें कहा गया कि वह 'उधार के चाकू से मारने' की रणनीति अपनाता है, जिसका अर्थ है कि वह पाकिस्तान का उपयोग करके भारत को नुकसान पहुँचाना चाहता है। यह रणनीति चीन की 36 नीतियों में से एक मानी जाती है।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को भारत की गतिविधियों की वास्तविक समय में जानकारी मिल रही थी। जब डीजीएमओ स्तर की वार्ता चल रही थी, तब पाकिस्तान ने भारतीय पक्ष को बताया कि उन्हें पता है कि कौन सा वेक्टर तैयार है और कार्रवाई के लिए तैयार है। यह जानकारी चीन से प्राप्त 'लाइव इनपुट' के माध्यम से मिली थी।