भारतीय सेना और IIT गांधीनगर के बीच तकनीकी सहयोग का नया अध्याय
सेना और IIT का समझौता
भारतीय सेना और IIT गांधीनगर ने देश में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मंगलवार, 4 नवंबर को वडोदरा के EME स्कूल में दोनों संस्थानों के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य सेना और IIT के बीच नई तकनीकों पर अनुसंधान, प्रशिक्षण और समाधान विकसित करना है, जो सेना की आवश्यकताओं को पूरा कर सके।
समझौते के प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता
इस अवसर पर मेजर जनरल मोहित गांधी, जो EME स्कूल वडोदरा के कमांडेंट हैं, ने सेना की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किए। वहीं, IIT गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजतमूना ने संस्थान की ओर से MoU पर साइन किया। यह सहयोग भारतीय सेना की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने और समस्याओं के समाधान के लिए नवाचार, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप के अवसर, अनुसंधान, और संसाधन साझाकरण के माध्यम से कार्य करेगा।
सेना की तकनीकी आत्मनिर्भरता
यह समझौता IIT गांधीनगर के शैक्षणिक कार्यक्रमों, सेमिनारों, और कार्यशालाओं में सेना के कर्मियों की भागीदारी को सक्षम बनाता है, जिससे उनकी तकनीकी कुशलता में वृद्धि होगी। यह सहयोग अकादमिक अनुसंधान और वास्तविक दुनिया की परिचालन आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटेगा, जिससे सेना तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनी रहेगी।
सेना के जवानों के लिए प्रशिक्षण के अवसर
इस साझेदारी के तहत, सेना के अधिकारी और जवान IIT गांधीनगर के सेमिनार, वर्कशॉप और पाठ्यक्रमों में भाग ले सकेंगे। इससे उन्हें नई तकनीकों और नवाचारों की जानकारी मिलेगी, जिससे उनकी तकनीकी क्षमता और सोच में सुधार होगा। IIT गांधीनगर और सेना मिलकर अनुसंधान परियोजनाओं, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और तकनीकी विकास पर कार्य करेंगे, जिससे देश में स्वदेशी तकनीक और रक्षा नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।