भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का असर, अमेरिकी बाजारों में मची भगदड़
भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव
नई दिल्ली। इस सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर रोक लग गई है, क्योंकि गुरुनानक जयंती के अवसर पर छुट्टी घोषित की गई है। दूसरी ओर, एशियाई बाजारों में शुरुआत से ही भारी गिरावट देखी जा रही है, जो अमेरिकी शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण है। Dow Jones, S&P500 और Nasdaq इंडेक्स में पिछले कारोबारी दिन एक चेतावनी के चलते भारी गिरावट आई, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया।
अमेरिकी शेयर बाजार के लिए बीता दिन बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। वैश्विक बाजार में गिरावट की चेतावनी ने सभी प्रमुख इंडेक्स को लाल कर दिया। डाउ जोन्स 251.44 अंक गिरकर 47,085.24 पर बंद हुआ, जबकि नास्डैक कंपोजिट 486 अंक की गिरावट के साथ 23,348 पर पहुंच गया। एसएंडपी इंडेक्स भी 80 अंक गिरकर 6,771 पर बंद हुआ।
मॉर्गन स्टेनली और गोल्डमैन सैश की चेतावनी ने अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का कारण बताया। इन कंपनियों के सीईओ ने कहा कि इक्विटी बाजार में तेज गिरावट की संभावना है, खासकर आईटी कंपनियों की बढ़ती वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई गई है।
पिछले अक्टूबर में, जेपी मॉर्गन चेज़ के सीईओ जेमी डिमोन ने भी अगले छह महीने से दो साल के भीतर अमेरिकी शेयर बाजार में बड़े करेक्शन का खतरा बताया था।
गोल्डमैन सैक्स के सीईओ डेविड सोलोमन और मॉर्गन स्टेनली के सीईओ टेड पिक ने निवेशकों को चेतावनी दी है कि अगले 12 से 24 महीनों में बाजार में 10% से 20% तक गिरावट देखने को मिल सकती है। टेड पिक ने विशेष रूप से 10% से 15% की गिरावट की संभावना का उल्लेख किया है।
अमेरिकी बाजार में गिरावट का असर बड़ी कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ा है। पैलंटिर टेक्नोलॉजीज का शेयर 7.95% गिरा, जबकि NVIDIA, Alphabet Inc और Microsoft के शेयरों में क्रमशः 4%, 2.13% और 1% की गिरावट आई।
एलन मस्क की टेस्ला का शेयर 5.15% गिरकर बंद हुआ, और Uber का शेयर भी कारोबार के दौरान 9% तक गिरने के बाद अंत में 5.06% की गिरावट के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी बाजार में गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर भी पड़ा है। जापान का निक्केई 1800 अंक या 3.36% की गिरावट के साथ 49,073 पर ट्रेड कर रहा था। हांगकांग का हैंगसेंग 82 अंक गिरकर 25,870 पर कारोबार कर रहा था, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI 90 अंक या 2.19% गिरकर 4,031 पर ट्रेड कर रहा था।