भारतीय वायुसेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ का 68वां जन्मदिन: जीवन की रोचक बातें
भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ 07 सितंबर को अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। पुलवामा हमले का बदला लेने में उनकी भूमिका ने उन्हें देश का नायक बना दिया है। इस लेख में हम उनके जीवन, शिक्षा, सैन्य करियर और उपलब्धियों के बारे में जानेंगे। धनोआ का योगदान भारतीय वायुसेना के इतिहास में महत्वपूर्ण है, और उनके कार्यों ने देशवासियों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया है।
Sep 7, 2025, 11:33 IST
जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ 07 सितंबर को अपने 68वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए उनकी रणनीति ने उन्हें देश का नायक बना दिया है। आइए, उनके जन्मदिन पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म 07 सितंबर 1957 को झारखंड के देवघर में हुआ। उनके पिता एसएस धनोआ ने देवघर में एसडीओ के रूप में कार्य किया। धनोआ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल, रांची से प्राप्त की। कारगिल युद्ध के दौरान, वह अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर रहे और उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले।
सैन्य करियर
कारगिल युद्ध में स्क्वाड्रन 1 का नेतृत्व करते हुए, धनोआ ने अपनी क्षमताओं को साबित किया। उन्हें वीरता के लिए युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया। पुलवामा हमले के बाद, भारतीय वायुसेना ने एक और सर्जिकल स्ट्राइक की, जिससे पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण संदेश मिला। भारतीय विमानों ने जैश ए मुहम्मद के ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम गिराकर उन्हें नष्ट कर दिया।
उपलब्धियां
एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ, एवीएसएम, वाईएसएम, पीवीएसएम, वीएम और एडीसी, भारतीय वायुसेना के 22वें प्रमुख रहे। उन्होंने 31 दिसंबर 2016 से 30 सितंबर 2019 तक अपनी सेवाएं दीं। इसके अलावा, उन्होंने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।