भारतीय नौसेना का समुद्री कूटनीति अभियान: 13 देशों के बंदरगाहों की यात्रा
भारतीय नौसेना का समुद्री कूटनीति अभियान
समुद्री कूटनीतिक अभियान
भारतीय नौसेना ने सितंबर 2025 में अपने समुद्री कूटनीतिक अभियानों के तहत 13 अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों का दौरा किया। इस यात्रा में आईएनएस त्रिकंद की ग्रीस और साइप्रस की यात्रा से लेकर फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन के सेशेल्स और मॉरीशस पहुंचने तक की गतिविधियाँ शामिल थीं।
ये दौरे भारत की सागर नीति के अनुरूप हैं, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देना है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन यात्राओं में कई संयुक्त अभ्यास भी शामिल रहे, जैसे कि कोनकन 25, जो ब्रिटेन के साथ आयोजित किया गया। यह अभ्यास भारत और ब्रिटेन की नौसेनाओं के बीच बढ़ते सामरिक तालमेल को दर्शाता है।
फ्रांस के द्वीप का दौरा
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, भारतीय नौसेना ने 16 सितंबर को फ्रांस के द्वीप ला रियूनियन का दौरा भी किया। यह यात्रा भारत की दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र में कूटनीतिक सक्रियता को दर्शाती है।
समुद्री नेटवर्क को मजबूत करना
इन प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि भारत अब अपने पारंपरिक पड़ोस से आगे बढ़कर हिंद-प्रशांत और अफ्रीका तक अपने समुद्री साझेदारी नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहा है। यह न केवल रणनीतिक संतुलन को बढ़ाता है बल्कि भारत को एक विश्वसनीय समुद्री साझेदार के रूप में स्थापित करता है।
समुद्री कूटनीतिक अभियान का अर्थ है कि कोई देश अपनी नौसेना के माध्यम से अन्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत करता है। इसमें युद्ध के बजाय दोस्ती, सहयोग और विश्वास पर जोर दिया जाता है। इस अभियान के तहत नौसेना अन्य देशों के बंदरगाहों का दौरा करती है और संयुक्त अभ्यास करती है। भारत में इसी तरह का सागर अभियान चल रहा है।