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भारत सरकार ने यूनियन बजट 2026 के लिए जनता से मांगे सुझाव

भारत सरकार ने यूनियन बजट 2026 के लिए आम जनता से सुझाव मांगे हैं। MyGovIndia ने लोगों को इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और संगठनों से सुझाव लिए हैं। यह बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। जानें कैसे आप अपने विचार साझा कर सकते हैं और इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया का हिस्सा बन सकते हैं।
 

यूनियन बजट 2026 के लिए सुझाव आमंत्रित

भारत सरकार ने आम नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे यूनियन बजट 2026 के लिए अपने विचार साझा करें, ताकि नए नियम और योजनाओं में जनता की राय को शामिल किया जा सके। MyGovIndia ने एक्स (X) पर एक पोस्ट के माध्यम से लोगों को इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है.


सरकार का संदेश

सरकार ने एक्स पर लिखा है, "बजट लोगों की सोच के साथ। अपने सुझाव दें और देश की तरक्की और विकास में हिस्सा बनें।" इसका मतलब है कि कोई भी व्यक्ति MyGov की वेबसाइट पर जाकर बता सकता है कि आगामी बजट में किन मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए.


वित्त मंत्री की प्री-बजट बैठकें

पिछले महीने, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्ली में कई प्री-बजट बैठकें आयोजित की थीं। पहले प्रमुख अर्थशास्त्रियों से चर्चा की गई, उसके बाद किसान संगठनों और कृषि विशेषज्ञों से सुझाव लिए गए। इसके बाद MSME क्षेत्र, कैपिटल मार्केट, स्टार्टअप्स, मैन्युफैक्चरिंग, बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर, IT क्षेत्र, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी उद्योग, साथ ही ट्रेड यूनियन और श्रमिक संगठनों से भी विचार-विमर्श किया गया.


उद्योग संगठनों के सुझाव

हाल ही में, उद्योग संगठनों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किए। PHDCCI नामक संस्था ने MSME क्षेत्र के लिए सरल टैक्स, कम ब्याज वाले ऋण, और छोटे व्यवसायियों के लिए नियमों को आसान बनाने की मांग की। उनके सुझाव इस प्रकार थे कि छोटे उद्योगों को टैक्स, ऋण, निर्यात और फंडिंग में सहायता मिले, ताकि उनके खर्चे कम हों, कार्य तेजी से हो, और वे प्रतिस्पर्धा में बने रह सकें.


बजट की प्रस्तुति की तारीख

यह बजट ऐसे समय में आ रहा है जब देश की GDP के आंकड़े मजबूत हैं और महंगाई भी नियंत्रित है। हर साल की तरह, केंद्रीय बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। इसके पहले वित्त मंत्रालय, सचिवों और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के बीच बैठकें होती हैं, ताकि बजट तैयार करते समय सभी की राय को शामिल किया जा सके.