×

भारत-रूस रक्षा सहयोग पर महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन

भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों देशों ने अपने सैन्य संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए कई नई पहलों पर चर्चा की। मानेकशॉ सेंटर में हुई इस बैठक में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की गई और भविष्य के लिए नई योजनाओं पर विचार किया गया। जानें इस बैठक के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।
 

भारत-रूस के बीच रक्षा सहयोग पर बैठक

भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों देशों ने साझेदारी को और अधिक मजबूत करने पर सहमति जताई। यह बैठक दिल्ली में सैन्य सहयोग पर बनी कार्यसमूह की पांचवीं बैठक थी, जिसकी सह-अध्यक्षता भारत की ओर से एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और रूस की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल इगोर डायलव्स्की ने की।


साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में कदम

बैठक में दोनों देशों ने अब तक के रक्षा सहयोग की समीक्षा की और भविष्य में नए क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। भारत और रूस ने अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत करने का संकल्प लिया, जिसमें संयुक्त प्रशिक्षण, सैन्य आदान-प्रदान और नई पहलों को शामिल किया जाएगा।


मानेकशॉ सेंटर में हुई बैठक

यह बैठक भारत-रूस की विशेष और रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। भारत-रूस अंतर-सरकारी सैन्य एवं सैन्य तकनीकी सहयोग आयोग (आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी) के सैन्य सहयोग कार्य समूह की यह बैठक 28-29 अक्टूबर को दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में आयोजित की गई।


रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर जोर

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया और मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग तंत्र के तहत नई पहलों पर विचार किया। यह कार्य समूह की बैठक, रूस के रक्षा मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सैन्य सहयोग के मुख्य निदेशालय के बीच नियमित बातचीत के माध्यम से रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए स्थापित एक मंच है।


वर्तमान रक्षा सहयोग योजनाओं की समीक्षा

भारतीय और रूसी सेनाओं के अधिकारियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने और सहयोग एवं ज्ञान-साझाकरण के नए अवसरों पर विचार करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। अधिकारियों ने बैठक में वर्तमान रक्षा सहयोग योजनाओं की समीक्षा की और कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-रूस रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने का संकल्प लिया।