भारत में मोटापे के खिलाफ नई दवा 'वेगोवी' का लॉन्च
मोटापे की समस्या और नई दवा
आजकल, हर उम्र के लोगों में वजन बढ़ने की समस्या आम होती जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मोटापा एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य संकट बन चुका है, जो सभी आयु वर्ग को प्रभावित कर रहा है। विश्व स्तर पर, एक अरब से अधिक लोग मोटापे का शिकार हैं। 1975 के बाद से मोटापे की दर तीन गुना बढ़ चुकी है। 2023 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
बच्चों में मोटापे की वृद्धि
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी इस समस्या से प्रभावित हैं। बच्चों में मोटापे के मामलों में 8.4% की वृद्धि देखी गई है। इस बढ़ती समस्या से निपटने के लिए, नोवो नॉर्डिस्क ने भारत में 'वेगोवी' नामक इंजेक्शन पेश किया है। यह दावा किया जा रहा है कि यह मोटापे को नियंत्रित करने और इससे संबंधित हृदय समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
वेगोवी: वजन घटाने की दवा
डेनिश दवा निर्माता नोवो नॉर्डिस्क ने भारत में अपनी वजन घटाने वाली दवा 'वेगोवी' लॉन्च की है। इस दवा में सेमाग्लूटाइड शामिल है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है। यह भारत में पहली दवा है, जो मोटापाग्रस्त लोगों के लिए दीर्घकालिक वजन नियंत्रण और हृदय संबंधी खतरों को कम करने में सहायक हो सकती है।
इंजेक्शन की उपलब्धता और कीमत
यह इंजेक्शन सप्ताह में एक बार लगाया जाएगा और जल्द ही देशभर की फार्मेसियों में उपलब्ध होगा। दवा कंपनी के अनुसार, 'वेगोवी' 0.25 मिलीग्राम, 1 मिलीग्राम, 1.7 मिलीग्राम और 2.4 मिलीग्राम खुराक में उपलब्ध होगी। पहले तीन खुराक की कीमत 4,336 रुपये होगी, और इसकी मासिक लागत 17,345 रुपये तक हो सकती है।
दवा का कार्यप्रणाली
'वेगोवी' दवा ग्लूकागन जैसे जीएलपी-1 हार्मोन की तरह कार्य करती है, जो भूख को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण माने जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मस्तिष्क में जीएलपी-1 रिसेप्टर्स से बाइंड होकर पेट को भरा हुआ महसूस कराती है और भूख को कम करती है। इसके साथ ही, यह रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करती है।
दवा के प्रभाव
कंपनी का कहना है कि 'वेगोवी' इंजेक्शन कैलोरी सेवन को कम करने में सहायक हो सकता है, जिससे वजन घटाना आसान हो जाता है। इस दवा के प्रभावों को समझने के लिए कुछ परीक्षण किए गए हैं, जिनके अनुसार, आहार और व्यायाम के साथ इंजेक्शन की मदद से डेढ़ साल में शरीर के वजन में 20% तक की कमी लाई जा सकती है। इसके अलावा, वजन कम करने से दिल के दौरे और हृदय रोग से संबंधित मृत्यु के खतरों में भी 20% तक की कमी आ सकती है।
साइड इफेक्ट्स
हालांकि विशेषज्ञों की टीम दवा के प्रभावों को लेकर आशावादी है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कुछ लोगों को डकार, पेट फूलना, पेट दर्द, दस्त और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर दुष्प्रभावों में हृदय गति में वृद्धि, पैंक्रियाटाइटिस, शुगर लो होना और किडनी से संबंधित समस्याएं शामिल हो सकती हैं। इसलिए, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।