×

भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025: पूर्व कप्तान का बयान और मैच की तैयारी

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का मुकाबला 14 सितंबर को होने वाला है। पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने इस मैच से पहले भावनाओं और टीम की रणनीति पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तान को भारत के खिलाफ मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है और टीम इंडिया की ताकत के बारे में भी बताया। जानें इस महत्वपूर्ण मुकाबले की तैयारी और पूर्व कप्तान के विचार।
 

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का मुकाबला

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का महत्वपूर्ण मुकाबला 14 सितंबर को आयोजित होगा। इस मैच से पहले, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान के बयान ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। उनका मानना है कि भारत के खिलाफ मुकाबलों में भावनाएं अक्सर हावी हो जाती हैं, जिसके कारण पाकिस्तान को कई महत्वपूर्ण मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। 


द्विपक्षीय क्रिकेट पर राजनीतिक तनाव का असर

राजनीतिक तनाव के चलते, पिछले एक दशक से भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट गतिविधियां ठप हैं। दोनों देशों के बीच मुकाबले केवल आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंटों तक सीमित रह गए हैं। पिछले 10 वर्षों में, यह प्रतिद्वंद्विता काफी हद तक भारत के पक्ष में रही है, जिसमें भारत ने 15 में से 12 मैच जीते हैं। अब एशिया कप में दोनों टीमें एक बार फिर आमने-सामने होंगी। 


पूर्व कप्तान राशिद लतीफ का विश्लेषण

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि, हम अक्सर भावुक हो जाते हैं और एक ही बार में सब कुछ करने की कोशिश करते हैं। भारत के खिलाफ मैच में हम अपनी रणनीति को सही तरीके से लागू नहीं कर पाते, जिससे हार का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर, भारत पिच और मैच की परिस्थितियों के अनुसार खेलता है, जिससे उन्हें सफलता मिलती है। पिछले 30 वर्षों से पाकिस्तान पर दबाव बना हुआ है, और भारत इसका लाभ उठाने की कोशिश करेगा। 


टीम इंडिया की ताकत

लतीफ ने आगे कहा कि हार्दिक पंड्या की फिनिशिंग क्षमता, सूर्यकुमार यादव, अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन की मौजूदगी से टीम इंडिया को संतुलन मिलता है। जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर गेंदबाजी भी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत है। लतीफ ने कहा कि हार्दिक पंड्या एक खतरनाक खिलाड़ी हैं, जो खेल को बदलने की क्षमता रखते हैं। उनके अलावा, अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी भी टीम में संतुलन लाते हैं। कुल मिलाकर, यह एक मजबूत टीम है।