×

भारत ने शेख हसीना का वीजा बढ़ाया, बांग्लादेश की प्रत्यर्पण मांग पर स्थिति जटिल

भारत ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वीजा बढ़ा दिया है, जबकि बांग्लादेश ने उनके प्रत्यर्पण की मांग की है। इस निर्णय के पीछे ढाका में बढ़ते विरोध प्रदर्शन और शेख हसीना के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट हैं। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने शरण नहीं दी है। इस बीच, बांग्लादेश की सरकार ने 97 लोगों के पासपोर्ट रद्द करने का निर्णय लिया है, जिसमें शेख हसीना का नाम भी शामिल है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जाएंगे।
 

वीजा विस्तार का निर्णय


भारत ने बांगलादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के वीजा को बढ़ा दिया है। यह निर्णय उस समय लिया गया है जब ढाका में उनके प्रत्यर्पण की मांग तेज हो गई है। शेख हसीना पिछले अगस्त में भारत आई थीं।


बांगलादेश में विरोध प्रदर्शन

बांगलादेश में छात्रों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किए थे। सूत्रों के अनुसार, उनका वीजा हाल ही में बढ़ाया गया है ताकि वह भारत में पहले की तरह रह सकें। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने शरण नहीं दी है, क्योंकि यहां शरणार्थियों के लिए कोई विशेष कानून नहीं है।


प्रत्यर्पण के लिए डिप्लोमैटिक नोट

बांगलादेश की अंतरिम सरकार ने 23 दिसंबर को शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत के विदेश मंत्रालय को एक डिप्लोमैटिक नोट भेजा था। लेकिन भारत सरकार ने इस पर अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि ढाका ने आवश्यक औपचारिकताएं पूरी नहीं की हैं।


पासपोर्ट रद्द करने का निर्णय

पासपोर्ट रद्द करने की घोषणा


इस बीच, बांगलादेश की सरकार ने 97 व्यक्तियों के पासपोर्ट रद्द करने का निर्णय लिया है, जिनमें शेख हसीना का नाम भी शामिल है। इन पर जुलाई में हुए प्रदर्शनों में कथित रूप से लोगों को गायब करने और हत्याओं में शामिल होने का आरोप है।


गिरफ्तारी वारंट

6 जनवरी को बांगलादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने शेख हसीना के खिलाफ दूसरा गिरफ्तारी वारंट जारी किया। न्यायाधिकरण ने बांगलादेशी पुलिस को शेख हसीना और 11 अन्य लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।


भारत में भविष्य की अनिश्चितता

भारत में शेख हसीना का भविष्य


भारत में शेख हसीना के भविष्य को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। भारत सरकार का विदेश मंत्रालय पहले ही कह चुका है कि उन्हें अपनी योजनाओं का निर्णय स्वयं लेना है। इस बीच, बांगलादेश के राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के प्रमुख ने कहा है कि आयोग के सदस्य भारत जाने की योजना बना रहे हैं।


भारत-बांगलादेश संबंधों में तनाव

भारत और बांगलादेश के बीच शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। हालांकि, भारत की ओर से फिलहाल कोई ठोस कदम उठाने की स्थिति नहीं दिख रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ढाका अपने दावे को आगे बढ़ाने में सफल होता है या नहीं।