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भारत ने ईरान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए उठाए कदम

भारत ने ईरान में बढ़ते तनाव के मद्देनजर तेहरान में रहने वाले भारतीय छात्रों को सुरक्षा के लिए शहर से बाहर स्थानांतरित कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीय नागरिकों से संपर्क करने और अपनी स्थिति साझा करने का अनुरोध किया है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरानियों को तुरंत तेहरान छोड़ने की चेतावनी दी है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
 

ईरान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम

भारत ने तेहरान में बढ़ते तनाव के कारण वहां रहने वाले भारतीय छात्रों को सुरक्षा के मद्देनजर शहर से बाहर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था भारतीय दूतावास द्वारा की गई है। इसके साथ ही, अन्य भारतीय नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि यदि वे अपने वाहनों से तेहरान छोड़ने में सक्षम हैं, तो उन्हें शहर छोड़ने की सिफारिश की गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि कुछ भारतीय नागरिकों को आर्मेनिया की सीमा के माध्यम से ईरान से बाहर निकलने में सहायता प्रदान की गई है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि दूतावास लगातार भारतीय समुदाय के संपर्क में है ताकि सभी आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। बयान में यह भी कहा गया है कि स्थिति की अनिश्चितता को देखते हुए आगे भी सलाहें जारी की जा सकती हैं।




इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया था कि वे तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपनी स्थिति तथा संपर्क नंबर साझा करें, क्योंकि ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष बढ़ गया है। भारतीय मिशन ने सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों (पीआईओ) को सलाह दी है कि जो अपने संसाधनों से तेहरान से बाहर जा सकते हैं, वे सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। तेहरान में भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपनी स्थिति तथा संपर्क नंबर प्रदान करें। कृपया इन नंबरों पर संपर्क करें: +989010144557; +989128109115; +989128109109।'




यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष तेज हो गया है और उन्होंने पांचवें दिन भी हमले किए हैं। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति ने कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले ही वापस वाशिंगटन के लिए रवाना होने का निर्णय लिया है। ट्रंप ने ईरानियों को तुरंत तेहरान छोड़ने की चेतावनी भी दी है।




नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान और इजराइल के बीच घटनाक्रम के मद्देनजर मंत्रालय में 24 घंटे संचालित नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। बयान में कहा गया, 'नियंत्रण कक्ष का संपर्क विवरण इस प्रकार है: 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905, +91-9968291988 (व्हाट्सएप)।' इसके अलावा, तेहरान में भारतीय दूतावास ने संपर्क के लिए 24 घंटे संचालित आपातकालीन हेल्पलाइन स्थापित की है। इसमें कहा गया है, 'केवल कॉल के लिए: +98 9128109115, +98 9128109109; व्हाट्सएप के लिए: +98 901044557, +98 9015993320, +91 8086871709, बंदर अब्बास: +98 9177699036, जाहेदान: +98 9396356649।'




राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार शाम को अचानक जी-7 शिखर सम्मेलन को छोड़ दिया ताकि वे मध्य पूर्व में सुरक्षा से जुड़े मामलों पर ध्यान दे सकें। इसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक की योजना रद्द हो गई। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने कहा, 'काफी कुछ हासिल हुआ, लेकिन मध्य पूर्व में जो कुछ हो रहा है, उसके चलते राष्ट्रपति ट्रंप रवाना होंगे।'




ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा: 'ईरान को वह 'समझौता' साइन कर लेना चाहिए था जो मैंने उन्हें बताया था। कितना अफसोस और मानव जीवन की बर्बादी। सीधे शब्दों में कहें तो, ईरान फिर से वही कर रहा है!' और पोस्ट के अंत में लिखा: 'हर किसी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।' ट्रंप ने यह भी दोहराया: 'ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए। मैंने यह पहले भी कहा था और अब फिर कह रहा हूं।'