भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में 608 रनों का विशाल लक्ष्य रखा
भारत की मजबूत स्थिति
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के चौथे दिन अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए 427/6 पर अपनी दूसरी पारी घोषित की, जिससे मेज़बान टीम के सामने 608 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। कप्तान शुभमन गिल ने 161 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि ऋषभ पंत ने 65 रनों का योगदान दिया। इसके बाद इंग्लैंड को बर्मिंघम में धुंधली रोशनी में बल्लेबाजी करने के लिए छोड़ दिया गया।
इंग्लैंड की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड की प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं रही, और उन्होंने 72/3 पर दिन का खेल समाप्त किया, उन्हें जीत के लिए 536 रनों की आवश्यकता है और उनके पास केवल सात विकेट बचे हैं। जो रूट का विकेट गिरना एक महत्वपूर्ण क्षण था, जिसने मेज़बान टीम को अंतिम दिन की चुनौती का सामना करने के लिए मजबूर कर दिया।
जडेजा की बल्लेबाजी पर सवाल
हालांकि भारत की स्थिति मजबूत है, लेकिन रविंद्र जडेजा की बल्लेबाजी को कमेंटेटरों द्वारा कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, खासकर उनकी पारी के महत्वपूर्ण समय पर निष्क्रियता के लिए। जडेजा ने दूसरे सत्र में गिल के साथ बल्लेबाजी करते हुए 68 गेंदों में केवल एक चौका लगाया। लेकिन चाय के बाद उन्होंने शौएब बशीर के खिलाफ एक विशाल छक्का लगाया, जिससे सभी को उनकी इरादे की देरी पर आश्चर्य हुआ।
विशेषज्ञों की टिप्पणियाँ
पूर्व इंग्लिश कप्तान माइक एथरटन ने कहा, "उन्हें चाय से पहले ऐसा करना चाहिए था," जडेजा की सुस्त रणनीति पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए। नासिर हुसैन ने भी आलोचना की, यह सुझाव देते हुए कि अगर खेल अंतिम दिन प्रतिस्पर्धा में बदलता है, तो भारत को अपनी चांस न लेने का पछतावा होगा।
आगे का रास्ता
जडेजा ने 118 गेंदों में 69 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन उनकी पारी के समय ने सवाल उठाए हैं, खासकर भारत की अच्छी स्थिति को देखते हुए। जैसे-जैसे दिन 5 की सुबह होती है, भारत अभी भी पसंदीदा है, लेकिन सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि उन्हें कितने समय की आवश्यकता होगी और क्या दूसरे सत्र में धीमापन अंततः परिणाम को प्रभावित करेगा।