×

भारत ने अमेरिका के साथ 31,500 करोड़ रुपये का सौदा रद्द किया

भारत ने अमेरिका के साथ 31,500 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा रद्द कर दिया है, जो कि ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण हुआ। यह कदम भारत की समुद्री सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि ये विमान चीन के बढ़ते प्रभाव पर नजर रखने में मदद करते हैं। जानें इस निर्णय के पीछे की वजह और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
 

भारत का बड़ा कदम: अमेरिका के साथ रक्षा सौदा रद्द


भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 31,500 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा रद्द कर दिया है। ट्रंप ने रूस से तेल आयात के कारण भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जबकि अमेरिका और यूरोपीय देश खुद रूस से बड़ी मात्रा में ऊर्जा खरीदते हैं। इस दोगले रवैये को लेकर भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है और अब वह इस मुद्दे पर चुप नहीं रहेगा।


भारत ने अमेरिका की बोइंग कंपनी से छह पी-8I पोसेडन विमान खरीदने का सौदा रद्द कर दिया है। ये विमान समुद्री निगरानी के लिए आवश्यक हैं, खासकर चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए। भारतीय नौसेना के पास पहले से 12 ऐसे विमान हैं, जो 2009 में खरीदे गए थे।


हालांकि, अमेरिका ने 2021 में भारत को छह और विमान बेचने की मंजूरी दी थी, लेकिन लागत बढ़ने के कारण यह सौदा अटक गया। अब यह सौदा 3.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। भारत ने इस सौदे को रोकने का निर्णय लिया है, जिससे बोइंग को बड़ा झटका लग सकता है।


इस सौदे के रद्द होने से भारतीय नौसेना की ताकत पर असर पड़ सकता है, क्योंकि ये विमान सैकड़ों नौसैनिक जहाजों और मर्चेंट जहाजों की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत अब अपने स्वदेशी निगरानी विमानों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है, जो डीआरडीओ और एचएएल द्वारा विकसित किए जा रहे हैं।