भारत के रक्षा उपक्रमों का अनुसंधान एवं विकास पर बड़ा निवेश
रक्षा उपक्रमों का नया निवेश
भारत के 16 रक्षा सार्वजनिक उपक्रम (डीपीएसयू) अगले पांच वर्षों में अनुसंधान और विकास पर 32,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने की योजना बना रहे हैं। यह कदम स्वदेशी सैन्य उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा है।
यह जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को साझा की। सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में होने वाली एक उच्च-स्तरीय बैठक में डीपीएसयू की वार्षिक कार्य-निष्पादन समीक्षा के दौरान इस प्रस्तावित व्यय पर चर्चा की जाएगी।
सिंह ने डीपीएसयू द्वारा नई तकनीकों के विकास की आवश्यकता और निर्यात के साथ-साथ स्वदेशी उत्पादन को बढ़ाने के महत्व पर जोर देते हुए 2025 को ‘सुधारों का वर्ष’ घोषित किया था।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि पिछले 10 वर्षों में 16 डीपीएसयू ने अनुसंधान एवं विकास में कुल 30,952 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अब, अगले पांच वर्षों में अनुसंधान एवं विकास की गति को दोगुना करने का प्रस्ताव है, जिसके लिए 32,766 करोड़ रुपये का अनुमानित व्यय होगा।