भारत के अद्भुत पत्थर: रहस्यमयी कहानियों का खजाना
भारत के पांच चमत्कारी पत्थर
भारत में कई रहस्यमयी पत्थर हैं, जो अपनी अनोखी विशेषताओं और अद्भुत कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं। आइए जानते हैं ऐसे पांच चमत्कारी पत्थरों के बारे में जो आपको हैरान कर देंगे।
1. कृष्णा की बटर बॉल, महाबलीपुरम
महाबलीपुरम, जो चेन्नई के पास स्थित है, में एक विशाल पत्थर है जो 45 डिग्री के कोण पर बिना किसी सहारे के लटका हुआ है। यह पत्थर लगभग 20 फीट ऊंचा और 5 मीटर चौड़ा है, जिसका वजन लगभग 250 टन है। इसे भगवान कृष्ण की मशहूर मक्खन की गेंद माना जाता है, जो स्वर्ग से गिरी थी। सदियों से लोग इस अद्भुत पत्थर को देखकर आश्चर्यचकित होते आए हैं।
2. ख्वाज़ा गरीब नवाज़ का जादुई पत्थर, तारागढ़ पहाड़ी
तारागढ़ पहाड़ी पर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में एक ऐसा पत्थर है जो जमीन से दो इंच ऊपर टिका हुआ है। कहा जाता है कि एक बार यह पत्थर किसी व्यक्ति पर गिरने वाला था, लेकिन ख्वाजा साहब की पूजा से इसे हवा में रोक दिया गया। यह अद्भुत दृश्य देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
3. ठिनठिनी पत्थर, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के छिंदकालो गांव में स्थित इस खूबसूरत पत्थर से जब भी कोई टकराता है, तो मधुर ध्वनि निकलती है। वैज्ञानिक इस रहस्य को समझने में असमर्थ हैं। इसे स्थानीय लोग प्यार से 'ठिनठिनी पत्थर' कहते हैं, जबकि इसका असली नाम फोनोटिक स्टोन है।
4. बैलेंसिंग रॉक, चेरापूंजी
चेरापूंजी की सुंदर वादियों में एक छोटा पत्थर है, जिस पर एक बड़ा पत्थर संतुलित खड़ा है। चाहे भूकंप आए या तूफान, यह चट्टान अपनी जगह से नहीं हिली है। यह पत्थर प्रकृति की अद्भुत कला का प्रतीक है।
5. हजरत कमर अली दरवेश का पत्थर, शिवपुर
पुणे-बेंगलुरु हाईवे पर शिवपुर गांव में हजरत कमर अली की दरगाह के परिसर में एक लगभग 90 किलो वजनी पत्थर है, जिसे 11 लोग अपनी तर्जनी उंगली से उठा सकते हैं। यह चमत्कार सूफी संत की भक्ति का प्रतीक है।
इन पत्थरों की कहानियां न केवल उनकी अद्वितीय भौतिक विशेषताओं को दर्शाती हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि को भी उजागर करती हैं। ये पत्थर सदियों से लोगों की आस्था और विस्मय का स्रोत बने हुए हैं।