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भारत का दूसरा अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के लिए तैयार

भारत का दूसरा अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, एक्सिओम-4 मिशन के लिए तैयार है। यह मिशन 25 जून को भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे शुरू होगा। शुभांशु और उनके तीन साथी अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 दिन बिताएंगे, जहां वे लगभग 60 विज्ञान प्रयोग करेंगे। इस मिशन में नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री डॉ. पैगी व्हिटसन भी शामिल हैं, जो अपने अनुभव के साथ इस यात्रा का नेतृत्व करेंगी। शुभांशु के परिवार में गर्व और खुशी का माहौल है।
 

भारत का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन

भारत एक महत्वपूर्ण क्षण में है, क्योंकि उसका दूसरा अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष यात्रा के लिए तैयार है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होकर 14-दिवसीय मिशन के लिए अंतरिक्ष स्टेशन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित किए गए प्रयोगों और अध्ययनों का पहला चरण है।


मिशन का समय और तैयारी

शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथी बुधवार, 25 जून को भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। एक्सिओम स्पेस का यह चौथा निजी मिशन, जिसे एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) कहा जाता है, अंतरिक्ष स्टेशन पर लॉन्च किया जाएगा।


अनुसंधान के लिए 14 दिन

इस मिशन के दौरान, चार अंतरिक्ष यात्री लगभग 60 विज्ञान प्रयोग करेंगे, जो माइक्रोग्रैविटी में अनुसंधान के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।


डॉ. पैगी व्हिटसन का योगदान

इस मिशन में नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री कमांडर पैगी व्हिटसन भी शामिल हैं, जो अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने का अमेरिकी रिकॉर्ड रखती हैं। वह एक्स-4 की कमांडर के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगी।


शुभांशु शुक्ला का परिवार

जब शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष यात्रा पर निकल रहे हैं, तो उनके परिवार में गर्व और खुशी का माहौल है। उनकी मां ने कहा, "हम बहुत खुश हैं और बिल्कुल भी डरे हुए नहीं हैं।"


मौसम की स्थिति

एक्सिओम-4 मिशन के लिए मौसम की स्थिति 90 प्रतिशत अनुकूल बताई जा रही है। स्पेसएक्स ने इस मिशन के लिए सभी प्रणालियों को दुरुस्त बताया है।


प्रक्षेपण की तारीख

यह मिशन फ्लोरिडा के नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। पहले इसे 29 मई को लॉन्च करने की योजना थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे कई बार टाला गया।