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भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग: नितिन गडकरी का महाशक्ति बनने का संकल्प

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए इसे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उद्योग बताया। उन्होंने भारत को एक महाशक्ति और 'विश्वगुरु' बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। गडकरी ने कहा कि यदि भारत हर क्षेत्र में मजबूत बनता है, तो दुनिया अवश्य उसकी बात सुनेगी। जानें उनके विचार और भविष्य की योजनाएं इस लेख में।
 

भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन चुका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अमेरिका का ऑटोमोबाइल उद्योग 78 लाख करोड़ रुपये का है, जबकि चीन का 49 लाख करोड़ रुपये और भारत का 22 लाख करोड़ रुपये का है। गडकरी ने यह भी बताया कि इस क्षेत्र ने अब तक 4.5 करोड़ रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।


गडकरी ने भारत को एक महाशक्ति और 'विश्वगुरु' बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि भारत हर क्षेत्र में मजबूत बनता है, तो दुनिया अवश्य उसकी बात सुनेगी।


यह बयान उन्होंने नागपुर में आयोजित 'अखंड भारत संकल्प दिवस' कार्यक्रम में दिया, जहां उन्होंने कहा कि 1947 में देश के विभाजन को अस्वाभाविक मानते हुए, एक दिन भारत का पुनर्मिलन होगा।


उन्होंने भारत की विविधता में एकता और सशस्त्र बलों की सराहना की। गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प का भी उल्लेख किया।


उन्होंने कहा, 'यदि हम हर क्षेत्र में मजबूत बनते हैं, तो निश्चित रूप से दुनिया हमारी बात सुनेगी।' गडकरी ने सड़क सुरक्षा नियमों के पालन के महत्व पर भी जोर दिया।