भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री मोदी का प्रेरणादायक भाषण
भारत ने 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश की एकता और बलिदान की भावना को उजागर किया। मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता को भी रेखांकित किया। जानें उनके भाषण की प्रमुख बातें और इस ऐतिहासिक दिन का महत्व।
Aug 15, 2025, 08:15 IST
स्वतंत्रता दिवस का जश्न
आज भारत 79वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मना रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य भूमिका निभाई। यह उनका लगातार 12वां स्वतंत्रता दिवस भाषण है, जो उन्होंने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से दिया। तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान गाने के दौरान, हजारों लोग, जिनमें विशिष्ट अतिथि, सरकारी अधिकारी, रक्षा कर्मी और खिलाड़ी शामिल थे, इस समारोह का साक्षी बने।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 1947 में भारत की स्वतंत्रता के समय अपार संभावनाएं थीं, लेकिन चुनौतियां भी बड़ी थीं। उन्होंने संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
संविधान के लिए बलिदान
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आज संविधान निर्माताओं को नमन करता हूँ। आज हम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती भी मना रहे हैं, जो संविधान के लिए बलिदान देने वाले पहले महापुरुष थे। जब हमने अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, तब हमने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी।" उन्होंने उपस्थित लोगों को एक लघु भारत के रूप में देखा।
हर घर तिरंगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह स्वतंत्रता का पर्व 140 करोड़ संकल्पों का प्रतीक है। आज सभी नागरिक तिरंगे के रंगों में रंगे हुए हैं।" उन्होंने अपने बहादुर सैनिकों को भी सलाम किया, जिन्होंने आतंकवादियों को कड़ा जवाब दिया।
ऑपरेशन सिंदूर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में उत्पन्न आक्रोश का प्रतीक है। उन्होंने कहा, "अब भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को सहन नहीं करेगा।" उन्होंने हमारे जाबांज सैनिकों की बहादुरी की सराहना की।