भारत और मोरक्को के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता
भारत और मोरक्को के रक्षा मंत्रियों ने रबात में एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करता है। इस समझौते में आतंकवाद निरोध, समुद्री सुरक्षा, और सैन्य चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में सहयोग शामिल है। इसके अलावा, भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमताओं को भी उजागर किया गया। इस बैठक ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
Sep 22, 2025, 19:49 IST
भारत और मोरक्को के रक्षा मंत्रियों के बीच समझौता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मोरक्को के रक्षा मंत्री अब्देलतीफ लौदियी ने आज रबात में रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दोनों पक्षों ने आतंकवाद निरोध, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, शांति स्थापना, सैन्य चिकित्सा, प्रशिक्षण और उद्योग साझेदारी में सहयोग को बढ़ाने के लिए एक विस्तृत रोडमैप पर सहमति जताई। इस बैठक में दोनों नेताओं ने रक्षा उद्योग में सहयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया और आतंकवाद-निरोध, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, शांति अभियानों, सैन्य चिकित्सा और विशेषज्ञों के आदान-प्रदान को शामिल करते हुए एक व्यापक योजना पर चर्चा की। इस वार्ता ने भारत और मोरक्को के बीच दीर्घकालिक मित्रता को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
इन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए, रक्षा मंत्री ने रबात में भारतीय दूतावास में एक नए रक्षा विंग के उद्घाटन की घोषणा की। उन्होंने भारत के रक्षा उद्योग की प्रगति और ड्रोन तथा ड्रोन-रोधी तकनीकों की अत्याधुनिक क्षमताओं पर भी प्रकाश डाला। मोरक्को के पक्ष को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियाँ मोरक्को के रक्षा बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार हैं। दोनों मंत्रियों ने सशस्त्र बलों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ाने, प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सुगम बनाने और रक्षा क्षेत्र में सह-विकास एवं सह-उत्पादन के अवसरों की खोज के महत्व पर जोर दिया। इसके साथ ही, वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुपक्षीय सहयोग की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई।
रक्षा मंत्री ने श्री लौदियी को भारत आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया, ताकि रक्षा सहयोग के विस्तार पर आगे की चर्चा की जा सके। यह बैठक द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भारत और मोरक्को के बीच सामरिक हितों के बढ़ते अभिसरण को दर्शाती है।