भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच एससीओ सम्मेलन में महत्वपूर्ण बैठकें
भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच, शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में महत्वपूर्ण बैठकें हो रही हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन में आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर जोर देंगे। इस सम्मेलन में भारत-चीन संबंधों की समीक्षा और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका में क्वॉड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे, जिसमें चीन को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी। जानें इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के बारे में और क्या हो सकता है आगे।
Jun 24, 2025, 16:14 IST
चीन में एससीओ सम्मेलन की तैयारी
पाकिस्तान का सहयोगी चीन इस सप्ताह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों और रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित कर रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल पहले ही पहुंच चुके हैं, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी बुधवार को चीन के लिए उड़ान भरने वाले हैं। इस प्रकार, एक ओर जहां रक्षा मंत्री और एनएसए चीन को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका में चीन के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं। भारत की यह त्रिमूर्ति चीन को समझाने और उस पर दबाव बनाने की योजना पर तेजी से कार्य कर रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के दौरान चीन ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था, जिससे वह भारत से आंखें नहीं मिला पा रहा है।
एनएसए की चीन यात्रा और आतंकवाद पर चर्चा
एनएसए अजीत डोभाल की चीन यात्रा के दौरान, उन्होंने बीजिंग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर जोर दिया। डोभाल ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया, खासकर तब जब भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट किया था। दोनों पक्षों ने भारत-चीन संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की, खासकर पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के बाद तनाव को कम करने के प्रयासों पर।
भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों ने हाल के घटनाक्रम की समीक्षा की और द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। एनएसए ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। यह टिप्पणी चीन को एक अप्रत्यक्ष संदेश के रूप में देखी जा रही है कि उसे पाकिस्तान पर आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दबाव डालना चाहिए। डोभाल और वांग ने आपसी हित के अन्य मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।
रक्षा मंत्री की चीन यात्रा और आतंकवाद पर जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को चीन के किंगदाओ में एससीओ सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ प्रयास बढ़ाने पर जोर देंगे। यह सम्मेलन क्षेत्रीय सुरक्षा पर विचार-विमर्श करने का एक महत्वपूर्ण मंच होगा। राजनाथ सिंह की यह यात्रा पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के बाद किसी वरिष्ठ भारतीय मंत्री की पहली यात्रा है। आधिकारिक बयान के अनुसार, वह एससीओ के सिद्धांतों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करेंगे और क्षेत्र में आतंकवाद को खत्म करने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान करेंगे।
विदेश मंत्री जयशंकर की अमेरिका यात्रा
विदेश मंत्री एस. जयशंकर 1 जुलाई को अमेरिका में क्वॉड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का ध्यान चीन को घेरने पर रहेगा। चारों देश मौजूदा वैश्विक हालात और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता पर चर्चा करेंगे। यह बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी साल भारत में क्वॉड का शिखर सम्मेलन भी होना है।