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भारत और कनाडा के बीच संबंधों में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण बैठक

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से मुलाकात की, जो भारत और कनाडा के बीच संबंधों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों देशों ने उच्चायुक्तों की नियुक्ति को सकारात्मक कदम माना है। इस बैठक के बाद, दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं, खासकर पिछले कुछ महीनों में तनाव के बाद। जानिए इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बारे में और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
 

जयशंकर और अनीता आनंद की मुलाकात

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को न्यूयॉर्क में कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से मुलाकात की। यह बैठक दोनों देशों के बीच संबंधों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के बाद, जयशंकर ने कहा, "उच्चायुक्तों की नियुक्ति एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि हम अपने संबंधों को फिर से स्थापित कर रहे हैं। मैं विदेश मंत्री आनंद का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं।"


भारत-कनाडा संबंधों में प्रगति

जयशंकर ने कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद के साथ अपनी बैठक को सकारात्मक बताया और कहा कि नई दिल्ली और ओटावा में दूतों की नियुक्ति एक स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा, "हमारे संबंधों के पुनर्निर्माण के लिए उच्चायुक्तों की नियुक्ति महत्वपूर्ण है। आज इस संदर्भ में आगे के कदमों पर चर्चा की गई।"


भारत-कनाडा के रिश्ते पटरी पर लौट रहे हैं

भारत ने अगस्त में दिनेश पटनायक को कनाडा में अपना नया उच्चायुक्त नियुक्त करने की घोषणा की थी। पटनायक ने हाल ही में कनाडा की गवर्नर जनरल मैरी साइमन को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। यह नियुक्ति 2023 में एक सिख अलगाववादी की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच बिगड़े संबंधों को सुधारने के प्रयासों का संकेत है।


खालिस्तानी विवाद के बाद तनाव

पिछले महीने, भारत और कनाडा ने एक-दूसरे की राजधानियों में अपने राजदूत नियुक्त किए, जिससे तनाव में आए संबंधों को सुधारने के प्रयासों का संकेत मिला। जून में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने स्थिरता बहाल करने के लिए रचनात्मक कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की। खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा संबंधों में तनाव बढ़ गया था।