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भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच में विवाद: सुनील गावस्कर का समर्थन

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मैच में एक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। इस विवाद में सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों का समर्थन किया है। उन्होंने बताया कि सलामी बल्लेबाजों के पास नाइटवॉचमैन की सुविधा नहीं होती और चोट लगने पर फिजियो को बुलाने का अधिकार होता है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और गावस्कर के विचार।
 

लॉर्ड्स में चल रहा तीसरा टेस्ट मैच

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला का तीसरा मुकाबला लॉर्ड्स में चल रहा है। यह मैच अब एक रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है, क्योंकि इंग्लैंड की पहली पारी में 387 रनों के जवाब में भारतीय टीम ने भी उतने ही रन बनाए। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए दो रन बना लिए हैं.


क्रॉली और गिल के बीच विवाद

जब इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई, तब दिन के खेल के समाप्त होने में केवल 7 मिनट बचे थे। इस स्थिति को देखते हुए सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली और बेन डकेट ने क्रीज पर समय बर्बाद करना शुरू कर दिया, जिससे शुभमन गिल और क्रॉली के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने इस मामले में इंग्लैंड के बल्लेबाजों का समर्थन किया है.


सुनील गावस्कर का बयान

गावस्कर ने कहा कि शुभमन गिल और जैक क्रॉली के बीच हुए विवाद में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को दोष देना उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि सलामी बल्लेबाजों के पास नाइटवॉचमैन की सुविधा नहीं होती, इसलिए वे शाम के समय बल्लेबाजी करने से बचना चाहते हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि जसप्रीत बुमराह की गेंद पर चोट लगने के बाद क्रॉली को फिजियो को बुलाने का पूरा अधिकार था.


IPL में इंग्लैंड के खिलाड़ियों की अनुपस्थिति

गावस्कर ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में कमेंट्री करते हुए कहा कि भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच विवाद होना स्वाभाविक है। उन्होंने यह भी बताया कि IPL में इंग्लैंड के अधिकांश खिलाड़ी नहीं खेलते हैं, जिससे उनके बीच अधिक विवाद उत्पन्न हो रहा है. उदाहरण के लिए, जो रूट, बेन स्टोक्स और हैरी ब्रूक जैसे खिलाड़ी IPL 2025 में नहीं खेल पाए हैं, जिससे वे भारतीय खिलाड़ियों के साथ घुल-मिल नहीं पाए हैं.


विवाद का कारण

लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन, टीम इंडिया की पहली पारी 387 रनों पर समाप्त हो गई। इस दौरान इंग्लैंड को केवल 7 मिनट बल्लेबाजी करनी थी। भारतीय टीम इस दौरान दो ओवर करना चाहती थी, लेकिन इंग्लैंड के ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट केवल एक ओवर खेलना चाहते थे। इस कारण क्रॉली ने क्रीज पर समय बर्बाद करना शुरू कर दिया, जिससे उनका विवाद कप्तान शुभमन गिल से हो गया.