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भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बिहार के विकास पर की चर्चा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बिहार में विकास की उपलब्धियों को उजागर करते हुए राजद पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राजग का मतलब हीरा है, जिसमें हाईवे, इंटरनेट, रेलवे और एयरपोर्ट शामिल हैं। नड्डा ने यह भी बताया कि यह चुनाव स्थिरता और सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने सरकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए गरीबों को दी जा रही सहायता की जानकारी दी।
 

भाजपा अध्यक्ष का बिहार में विकास का दावा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बुधवार को बिहार में विकास की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हीरा (एचआईआरए) के रूप में परिभाषित किया। नड्डा ने बेतिया और मोतिहारी में आयोजित जनसभाओं में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने महत्वपूर्ण प्रगति की है।


उन्होंने कहा, "राजग का मतलब है हीरा-‘एच’ का अर्थ हाईवे, ‘आई’ इंटरनेट, ‘आर’ रेलवे और ‘ए’ एयरपोर्ट है। ये सभी विकास कार्य बिहार में हुए हैं और आगे भी जारी रहेंगे।"


नड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह चुनाव केवल सीटें जीतने का नहीं है, बल्कि बिहार में स्थिरता और सतत विकास को आगे बढ़ाने का है।


उन्होंने कहा, "जो लोग राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अंधकार युग को देख चुके हैं, वे ही रोशनी के महत्व को समझ सकते हैं। लालू प्रसाद यादव के शासनकाल (1990 से 2005) में बिहार ने 'जंगलराज' का सामना किया। आज मोदी जी और नीतीश जी के कारण बिहार लालटेन युग से एलईडी युग में पहुंच गया है।"


राजद पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि यह पार्टी अब 'रंगदारी, जंगलराज और दादागीरी' का प्रतीक बन चुकी है, और इसके नेता जैसे लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और मीसा भारती सभी जमानत पर हैं।


उन्होंने याद दिलाया कि 2003 में लालू प्रसाद ने 'लाठी पिलावन रैली' का आयोजन किया था और आरोप लगाया कि ऐसे नेता न तो रोजगार दे सकते हैं और न ही समग्र विकास सुनिश्चित कर सकते हैं।


सरकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए नड्डा ने कहा, "प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 8.70 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन मिल रहा है, जबकि लगभग 5.50 करोड़ लोग आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा रहे हैं।"


उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने मुजफ्फरपुर की शाही लीची को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और दरभंगा-मिथिला क्षेत्र के मखाने को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।