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भाजपा अध्यक्ष के चुनाव पर देवेंद्र फडणवीस का बयान

भाजपा के नए अध्यक्ष के चुनाव में देरी पर देवेंद्र फडणवीस ने अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वे अगले पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे और पार्टी के निर्णयों में आरएसएस की भूमिका पर भी चर्चा की। फडणवीस ने आश्वासन दिया कि भाजपा अध्यक्ष का चुनाव सही समय पर होगा। इस बीच, मोहन भागवत के बयान ने भी इस मुद्दे पर नई चर्चाएँ शुरू कर दी हैं। जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
 

भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में देरी पर फडणवीस की प्रतिक्रिया

भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष का चयन अभी तक नहीं हो पाया है। जेपी नड्डा की जगह कौन पार्टी की कमान संभालेगा, इस पर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। इनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम भी शामिल है। हाल ही में एक निजी मीडिया कार्यक्रम में, फडणवीस ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने मोहन भागवत के भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में देरी और संभावित अध्यक्ष के रूप में अपनी दावेदारी पर विचार साझा किए। फडणवीस ने स्पष्ट किया कि वे अगले पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे और महाराष्ट्र छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। 


आरएसएस प्रमुख के बयान पर फडणवीस की टिप्पणी

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान पर कि यदि भाजपा अध्यक्ष का चुनाव संघ द्वारा किया जाता, तो इसमें अधिक समय नहीं लगता, फडणवीस ने कहा कि यह टिप्पणी यह दर्शाती है कि निर्णय भाजपा द्वारा लिए जाते हैं। उन्होंने मुंबई में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा कि भाजपा की अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया है। भागवत के उत्तर से यह स्पष्ट होता है कि ये निर्णय पार्टी द्वारा लिए जाते हैं। फडणवीस ने आश्वासन दिया कि भाजपा अध्यक्ष का चुनाव सही समय पर होगा और इसमें कोई समस्या नहीं है।


भाजपा अध्यक्ष के चुनाव पर स्थिति

फडणवीस ने यह भी कहा कि वे इस विषय पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं क्योंकि वे उस समिति का हिस्सा नहीं हैं जो भाजपा अध्यक्ष के चुनाव पर निर्णय लेती है। भाजपा अभी तक अपने अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर अंतिम निर्णय नहीं ले पाई है। आलोचकों का मानना है कि इसमें आरएसएस की भूमिका हो सकती है, और आम सहमति न बनने के कारण घोषणा में देरी हो रही है। कुछ समय पहले, भागवत ने कहा था कि यदि भाजपा इस पद के लिए किसी व्यक्ति का नाम तय करती, तो इसमें इतना समय नहीं लगता। 


भागवत का बयान और फडणवीस की प्रतिक्रिया

भागवत की यह टिप्पणी उस समय आई जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा के अध्यक्ष और रोडमैप का निर्णय आरएसएस ही करता है। भागवत ने कहा कि वे 50 वर्षों से शाखा चला रहे हैं, इसलिए यदि कोई उन्हें इस बारे में सलाह देता है, तो वे विशेषज्ञ हैं। राज्य चलाने के मामले में, उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से ऐसा कर रहे हैं, इसलिए वे विशेषज्ञ हैं। उन्होंने आगे कहा कि सुझाव दिए जा सकते हैं, लेकिन निर्णय उनके क्षेत्र का है, और हमारे क्षेत्र का निर्णय हमारा है।