ब्रिटेन में बाल यौन शोषण का भयावह मामला: गिरोह के सदस्यों को मिली कठोर सजा
रॉचडेल में बाल यौन शोषण का मामला
उत्तरी इंग्लैंड के रॉचडेल में एक चौंकाने वाला बाल यौन शोषण मामला सामने आया है, जिसने पूरे ब्रिटेन को हिला कर रख दिया है। यह मामला एक ब्रिटिश-पाकिस्तानी गिरोह द्वारा नाबालिग लड़कियों को ‘सेक्स गुलाम’ बनाने से संबंधित है।
मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट ने इस गिरोह के नेता मोहम्मद जाहिद और उसके छह सहयोगियों को कठोर सजा सुनाई है। जाहिद को 35 साल की सजा मिली, जो इस अपराध की गंभीरता को दर्शाती है, जबकि अन्य को 12 से 29 साल तक की सजा दी गई।
गिरोह की गतिविधियाँ: मासूमियत का शिकार
यह गिरोह 2000 के दशक के मध्य में सक्रिय था और 13 से 15 साल की कमजोर पारिवारिक पृष्ठभूमि वाली लड़कियों को निशाना बनाता था। पीड़ितों को अदालत में girl A और girl B के नाम से जाना गया।
65 वर्षीय मोहम्मद जाहिद, जो रॉचडेल मार्केट में अंडरगारमेंट्स की दुकान चलाता था, ने लड़कियों को लुभाने के लिए एक सुनियोजित रणनीति अपनाई। उसने उन्हें मुफ्त अंडरवियर, पैसे, शराब, सिगरेट और भोजन का लालच दिया। धीरे-धीरे, उसने इन लड़कियों का भरोसा जीता और उन्हें अपने और अपने साथियों के यौन शोषण के लिए मजबूर किया।
सरकारी वकीलों ने इसे ‘बॉयफ्रेंड मॉडल’ की सोची-समझी चाल बताया, जिसमें अपराधी कमजोर पीड़ितों को लालच देकर पहले अपना विश्वासपात्र बनाते हैं और फिर उन्हें कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करते हैं।
विचलित करने वाले खुलासे
अदालत में गवाहियों ने सभी को चौंका दिया: पीड़िता Girl A ने बताया कि उसका फोन नंबर 200 से अधिक अपराधियों के बीच बांटा गया था। एक घटना में, एक 15 वर्षीय पीड़िता को इतना नशा कराया गया कि 20 पुरुषों ने उसका बलात्कार किया, जबकि दूसरी लड़की पास ही उल्टी कर रही थी। एक अन्य 13 वर्षीय लड़की इस शोषण के कारण गर्भवती हो गई और उसे गर्भपात कराना पड़ा। जज जोनाथन सीली ने कहा कि अपराधियों ने इन लड़कियों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।
दोषियों की सजा
सभी सात अपराधी ब्रिटिश-पाकिस्तानी मूल के थे, जिनमें टैक्सी ड्राइवर और मार्केट स्टॉलधारक शामिल थे।
आरोपी का नाम (मूल) सजा (वर्ष) मुख्य अपराध
मोहम्मद जाहिद (सरगना) 35 बलात्कार, बच्ची से अश्लीलता, प्रलोभन
काशिर बशीर 29 बलात्कार, बच्ची से अश्लीलता
मुश्ताक अहमद 27 बलात्कार, बच्ची से अश्लीलता
नहीम अकरम 26 बलात्कार, घुसपैठ कर बच्ची पर हमला
मोहम्मद शहजाद 26 बलात्कार (गर्ल ए के साथ)
निसार हुसैन 19 बलात्कार
रोहीज खान 12 बलात्कार
गिरोह पर कुल 20 से अधिक अपराध सिद्ध हुए। यह भी सामने आया कि जाहिद और रोहीज खान पहले भी इसी तरह के मामलों में सजा काट चुके थे।
संस्थागत विफलता और न्याय की लड़ाई
यह मामला रॉचडेल बाल यौन शोषण कांड का एक हिस्सा है, जो 2008-2009 में सामने आया था। 2012 में इस पर रिपोर्टिंग होने के बाद पूरे ब्रिटेन में इसी तरह के कई ‘ग्रूमिंग गैंग’ कांड सामने आए।
जांचों में यह पाया गया कि इन गिरोहों में दक्षिण एशियाई (मुख्यतः पाकिस्तानी) मूल के पुरुषों की भागीदारी असंतुलित रूप से अधिक थी। 2025 की बैरोनेस केसी रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की। रिपोर्ट ने यह भी उजागर किया कि पुलिस और सामाजिक सेवाओं ने नस्लीय पूर्वाग्रह के डर से कार्रवाई करने में देरी की, जिसके कारण पीड़िताओं को वर्षों तक न्याय नहीं मिला।
गृह सचिव यवेट कूपर ने संसद में चिंता व्यक्त की और कहा कि ये अपराधी अब छिप नहीं सकते। सरकार ने ऐसे गिरोहों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान शुरू किया है।
पीड़ित महिलाओं ने अपने साहस से न्याय की लड़ाई जीती। Girl B ने कहा, हमारी जिंदगियां बर्बाद हो गईं, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगी। यह फैसला न केवल अपराधियों को सजा देता है, बल्कि बाल संरक्षण के मामले में ब्रिटिश संस्थानों की विफलताओं पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।