बेंगलुरु में महिला पर पालतू कुत्ते की हत्या का आरोप, तंत्र-मंत्र का संदेह
बेंगलुरु में पालतू कुत्ते की हत्या का मामला
बेंगलुरु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर और पशु प्रेमियों को झकझोर दिया है। एक महिला पर अपने तीन पालतू कुत्तों में से एक की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह आशंका जताई जा रही है कि यह कृत्य किसी तंत्र-मंत्र या काले जादू के कारण किया गया हो। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद, पालतू जानवरों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर फिर से बहस छिड़ गई है।
जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला का नाम त्रिपर्णा पायक है, जो पश्चिम बंगाल की निवासी है और बेंगलुरु के महादेवपुरा क्षेत्र में रहती है। आरोप है कि उसने पहले अपने लैब्राडोर कुत्ते का गला दबाया और फिर चाकू से उसकी गर्दन काट दी। यह घटना उसके अपार्टमेंट में ही हुई। इसके बाद, उसने शव को कपड़े में लपेटकर, खिड़कियां और दरवाजे बंद कर दिए और गायब हो गई।
यह मामला तब उजागर हुआ जब पड़ोसियों ने फ्लैट से आ रही दुर्गंध की शिकायत की। BBMP के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा, जहां उन्हें कुत्ते का सड़ता हुआ शव मिला, जिसकी गर्दन पर गहरा घाव था।
इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह थी कि फ्लैट में दो अन्य कुत्ते जीवित पाए गए, जिन्हें दीवार से मजबूती से बांधा गया था और उन्हें न तो खाना और न ही पानी दिया गया था। शिकायतकर्ता डॉ. रुद्रेश कुमार ने बताया कि दोनों कुत्तों को समय पर बचा लिया गया और अब वे BBMP पशु अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। मृत कुत्ते के शव का पोस्टमार्टम करने पर पता चला कि उसकी मौत चार दिन पहले हुई थी।
फ्लैट के अंदर कई धार्मिक वस्तुएं और देवी-देवताओं की तस्वीरें बिखरी हुई पाई गईं, जिससे यह संदेह गहरा हो गया कि यह घटना किसी तंत्र-मंत्र का हिस्सा हो सकती है। वर्तमान में यह भी जांच की जा रही है कि क्या यह घटना मानसिक अस्थिरता का परिणाम है या जानबूझकर किया गया तंत्रिक कार्य।
पुलिस ने त्रिपर्णा पायक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। शनिवार तक, वह फरार थी और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।