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बेंगलुरु भगदड़ पर केंद्रीय मंत्री की इस्तीफे की मांग

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है। इस घटना में 11 लोगों की जान गई और कई घायल हुए। जोशी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा, जबकि न्यायालय ने भगदड़ के सिलसिले में कुछ अधिकारियों को न्यायिक हिरासत में भेजा है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
 

बेंगलुरु में भगदड़ की घटना पर सियासी हलचल

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद से इस मुद्दे पर सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।


 


चार जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई इस भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। जोशी ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि इस घटना के बाद राज्य सरकार को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए दोनों नेताओं को अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद इस घटना के बारे में अनजान हैं।


 


जोशी ने कहा कि यदि पार्टी का कोई आदेश है, तो सबसे पहले डीके शिवकुमार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी देश-विदेश में घूमते हैं, लेकिन इस घटना के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने सरकार के कुप्रबंधन की आलोचना की और कहा कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास तीन लोगों की मौत के बावजूद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सेल्फी लेते रहे।


 


इस बीच, बेंगलुरु सत्र न्यायालय ने भगदड़ के मामले में आरसीबी के वरिष्ठ अधिकारी निखिल सोसले और तीन इवेंट मैनेजरों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्हें चार जून को केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था।


 


कर्नाटक उच्च न्यायालय ने केएससीए के पदाधिकारियों को अंतरिम राहत प्रदान की है, जिन्होंने भगदड़ के सिलसिले में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की थी। अदालत ने राज्य पुलिस को निर्देश दिया कि अगले आदेश तक उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न की जाए।


 


केएससीए के अध्यक्ष रघु राम भट और अन्य पदाधिकारियों ने एफआईआर को रद्द करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। निखिल सोसले ने भी अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है, यह कहते हुए कि उन्हें बिना किसी साक्ष्य के गिरफ्तार किया गया। बेंगलुरु पुलिस ने आरसीबी फ्रैंचाइज़ और अन्य के खिलाफ गंभीर आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की है।


 


भगदड़ के एक दिन बाद, कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद सहित कई आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया।