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बुर्का पहने महिला की हत्या का रहस्य: एक दिलचस्प जांच

एक बुर्का पहने महिला की हत्या ने पुलिस को एक जटिल जांच में डाल दिया। शव के पास मिले सबूतों ने संदिग्ध की पहचान में मदद की। जानिए कैसे पुलिस ने इस मामले को सुलझाया और हत्या के पीछे की कहानी क्या थी। यह मामला न केवल हत्या की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि समाज में गहरे मुद्दों को भी सामने लाता है।
 

दिल्ली में एक महिला की हत्या की जांच

A dead body, a spray to enhance sexual power and CCTV footage… this is how the secret of the burqa-clad woman was revealed


28 मई 2024 की सुबह, जब पुलिस अपने नियमित कार्यों में व्यस्त थी, तभी कंट्रोल रूम से एक फोन आया। सूचना मिली कि मुंबई के नालासोपारा में एक महिला की लाश पाई गई है। पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, जहां महिला का गला चाकू से काटा गया था और उसके शरीर पर कई वार किए गए थे। शव की स्थिति से पता चला कि हत्या लगभग 8-10 घंटे पहले की गई थी।


पुलिस को शव के पास खून से सना एक चाकू, एक डिले स्प्रे और तीन इस्तेमाल किए हुए कॉन्डम मिले। डिले स्प्रे का उपयोग पुरुषों द्वारा यौन संबंध के दौरान समय बढ़ाने के लिए किया जाता है। प्रारंभिक जांच से पुलिस को संदेह हुआ कि हत्या कहीं और की गई थी और शव को नालासोपारा के एक सुनसान स्थान पर फेंका गया था। महिला बुर्का पहने हुए थी, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि वह मुस्लिम हो सकती है।


मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस ने सबूत इकट्ठा किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सबसे बड़ी चुनौती शव की पहचान करना थी, क्योंकि उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं था। पुलिस ने महिला की तस्वीरें आसपास के थानों में भेजीं, ताकि यह पता चल सके कि कहीं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तो नहीं दर्ज की गई।


पुलिस ने एक अनोखा तरीका अपनाया। चूंकि महिला बुर्का पहने थी, उन्होंने आसपास के क्षेत्रों की वोटर लिस्ट मंगवाई और मुस्लिम परिवारों से पूछताछ करने का निर्णय लिया। इस दौरान, पुलिस ने घटनास्थल से मिले चाकू के बारे में भी जानकारी जुटाई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।


डिले स्प्रे ने कातिल तक पहुंचाया। पुलिस ने स्प्रे पर मौजूद बैच नंबर के आधार पर आसपास के मेडिकल स्टोरों से पूछताछ की। अंततः, एक मेडिकल स्टोर पर उन्हें वह व्यक्ति मिला जिसने स्प्रे और कॉन्डम खरीदे थे।


पुलिस ने मेडिकल स्टोर के सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की तस्वीर प्राप्त की। इसी दौरान, पूछताछ करने वाली टीम को एक घर में दो बच्चे मिले, जिनकी मां पिछले तीन दिनों से लापता थी। पड़ोसियों से जानकारी मिलने पर पता चला कि उनके पिता रिपोर्ट दर्ज कराने गए हैं।


टीम ने जियाउल शाह नामक व्यक्ति से संपर्क किया, जिसकी पत्नी लापता थी। पुलिस ने उसे शव की तस्वीर दिखाई, और उसने पहचान लिया कि यह उसकी पत्नी सायरा बानो है। पहचान की पुष्टि के लिए उसे मुर्दाघर ले जाया गया।


जियाउल ने पुलिस को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा व्यक्ति उसका भतीजा नजाबुद्दीन मोहम्मद सामी है। सामी ने पहले जियाउल के मोहल्ले में निवास किया था, लेकिन अब वह दिल्ली में काम कर रहा था।


पुलिस ने सामी को पकड़ने के लिए दिल्ली में छापेमारी की। अंततः, सामी को गिरफ्तार किया गया, जहां उसने अपनी चाची सायरा के साथ अपने रिश्ते का खुलासा किया। उसने बताया कि वह अपनी चाची से छुटकारा पाना चाहता था और इसी कारण उसने उसकी हत्या की योजना बनाई।


सामी ने सायरा को सुनसान स्थान पर बुलाया, जहां उसने पहले उसके साथ यौन संबंध बनाए और फिर चाकू से उसकी हत्या कर दी। उसने शव को पहाड़ी की तलहटी में फेंक दिया और सबूतों को वहीं छोड़ दिया। पुलिस ने सामी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।