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बीएसएफ ने पाकिस्तानी नागरिक को लौटाया, सुरक्षा बलों की सतर्कता बरकरार

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने हाल ही में एक पाकिस्तानी नागरिक को वापस भेजा, जिसे जम्मू के आर एस पुरा सेक्टर में हिरासत में लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि अकरम ने गलती से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया था। बीएसएफ ने सुरक्षा बलों की सतर्कता को बनाए रखते हुए आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए तैयारियों को मजबूत किया है। इस लेख में बीएसएफ की कार्रवाई और कश्मीर घाटी में सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गई है।
 

पाकिस्तानी नागरिक की वापसी

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक पाकिस्तानी नागरिक को वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी की। अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की।


पाकिस्तान के निवासी मोहम्मद अकरम को 25 सितंबर को जम्मू के आर एस पुरा सेक्टर में हिरासत में लिया गया था। अकरम गलती से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया था।


गिरफ्तारी के समय की स्थिति

अधिकारियों ने बताया कि अकरम के पास गिरफ्तारी के समय कोई संदिग्ध सामग्री नहीं थी। पूछताछ के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि उसने अनजाने में सीमा पार की थी।


बीएसएफ ने अपने पाकिस्तानी समकक्षों से संपर्क किया और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, शुक्रवार रात को आर एस पुरा सेक्टर में एक फ्लैग मीटिंग के दौरान अकरम को चेनाब रेंजर्स को सौंप दिया।


सुरक्षा बलों की सतर्कता

इससे पहले, बीएसएफ के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक अशोक यादव ने बताया कि सीमा पार से आतंकवादी कश्मीर घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं।


उन्होंने कहा कि सर्दियों की शुरुआत से पहले आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं। यादव ने कहा, "बर्फबारी से पहले हमेशा घुसपैठ की कोशिशें होती हैं। नवंबर तक घुसपैठ की आशंका बनी रहती है।"


आतंकवादियों की गतिविधियां

यादव ने बताया कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर मौजूद हैं और घाटी में घुसपैठ के अवसर की तलाश में हैं। बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि बांदीपोरा और कुपवाड़ा सेक्टरों में आतंकवादी सक्रिय हैं।


उन्होंने कहा, "हमारी सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है। कई बार वे खराब मौसम का इंतजार करते हैं, ताकि उसका फायदा उठा सकें। हम हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।"


निगरानी और सुरक्षा उपाय

यादव ने कहा कि सेना और बीएसएफ नियंत्रण रेखा पर अत्याधुनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम एलओसी पर पूरी मजबूती से नियंत्रण बनाए हुए हैं। इस वर्ष सुरक्षा बलों ने अब तक घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम किया है।"


उन्होंने यह भी बताया कि घुसपैठ करना बेहद कठिन है, क्योंकि सुरक्षा बल पूरी सतर्कता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।