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बीएमसी चुनाव में नवाब मलिक पर बीजेपी और एनसीपी के बीच टकराव

बीएमसी चुनावों के नजदीक आते ही नवाब मलिक को लेकर बीजेपी और एनसीपी के बीच खींचतान तेज हो गई है। नवाब मलिक, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत पर हैं, को एनसीपी ने चुनावी जिम्मेदारी सौंपी है, जिसका बीजेपी ने विरोध किया है। आशीष शेलार ने कहा कि नवाब मलिक के साथ कोई गठबंधन संभव नहीं है। एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने बीजेपी के विरोध को दोगलापन बताया है। जानें इस राजनीतिक विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
 

बीएमसी चुनाव में राजनीतिक खींचतान

पूर्व कैबिनेट मंत्री और NCP नेता नवाब मलिक.

मुंबई में बीएमसी चुनावों के करीब आते ही महायुति के भीतर तनाव बढ़ गया है। पूर्व मंत्री नवाब मलिक, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत पर हैं, को एनसीपी (अजीत पवार गुट) ने चुनावी जिम्मेदारी सौंपी है। इस निर्णय का बीजेपी नेताओं ने तीखा विरोध किया है। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि नवाब मलिक के साथ कोई गठबंधन नहीं हो सकता।

शेलार ने स्पष्ट किया कि उनकी स्थिति पहले जैसी है और आगे भी रहेगी। विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने नवाब मलिक को समर्थन देने से इनकार किया था। यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि उन पर लगे गंभीर आरोपों का है। हसीना पारकर से संबंध के आरोपों पर बीजेपी कोई समझौता नहीं करेगी।

शेलार का स्पष्ट बयान

शेलार ने कहा कि यदि एनसीपी (अजीत पवार गुट) नवाब मलिक के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, तो बीजेपी कार्यकर्ताओं की भावना है कि वे उनके साथ नहीं जा सकते। उनके इस बयान के बाद महायुति में तनाव और बढ़ने की संभावना है। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने भी कहा कि नवाब मलिक पर बीजेपी का कोई समझौता नहीं होगा।

सुप्रिया सुले का बीजेपी पर आरोप

एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने बीजेपी के विरोध को दोगलापन करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को नवाब मलिक का वोट चाहिए, लेकिन गठबंधन नहीं। यह बीजेपी का दोगलापन है। नवाब मलिक एक सेवाभावी नेता हैं और उन पर लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।

NCP की प्रतिक्रिया

आशीष शेलार के बयान पर नवाब मलिक ने कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनकी पार्टी ने खुलकर मलिक का समर्थन किया। एनसीपी ने शेलार को सलाह दी कि जब तक आरोप साबित नहीं होते, उन्हें गुनहगार नहीं ठहराना चाहिए। एनसीपी ने शेलार के बयान की निंदा करते हुए उन्हें ऐसे बयान देने से बचने की सलाह दी।

बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी नवाब मलिक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शिंदे शिवसेना उम्मीदवार का समर्थन किया था। नवाब मलिक फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत पर हैं और बीएमसी चुनाव के लिए उन्हें एनसीपी अजीत पवार गुट ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है.