बिहार विधानसभा चुनाव: रक्सौल सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
रक्सौल विधानसभा सीट की राजनीतिक स्थिति
बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राजनीतिक गतिविधियों का दौर तेज हो गया है। पूर्व चंपारण जिले में स्थित रक्सौल विधानसभा सीट इस समय चर्चा का केंद्र बनी हुई है। यह सीट पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और यहां मतदान 11 नवंबर को होने वाला है। पिछले दो विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी, जिससे इस बार की चुनावी लड़ाई और भी दिलचस्प होने की संभावना है।
मुख्य उम्मीदवारों की पहचान
रक्सौल विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का सामना कांग्रेस और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों से होगा। भाजपा ने प्रमोद कुमार सिन्हा को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने श्यामा बिहारी प्रसाद को टिकट दिया है। जन सुराज पार्टी ने कपिलदेव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल को मैदान में उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की संगठनात्मक ताकत और सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों के चलते पार्टी को जनता का समर्थन प्राप्त है।
बदलते राजनीतिक समीकरण
2020 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA ने सत्ता संभाली थी। लेकिन अगस्त 2022 में उन्होंने NDA छोड़कर महागठबंधन के साथ सरकार बनाई। हालाँकि, 2024 में नीतीश कुमार ने फिर से NDA में वापसी की। ऐसे में 2025 के चुनाव में रक्सौल विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के चलते एक रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है। NDA का आधार यहां मजबूत रहा है, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे फिर से इस सीट पर जीत हासिल कर पाते हैं।